दिल्ली चुनाव से पहले सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच एक बार फिर विवाद खड़ा हो गया है। दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रामायण को गलत तरीके से उद्धृत करते हुए भाजपा की तुलना "रावण" से की। सोमवार को विश्वास नगर की झुग्गी बस्तियों को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने एक और विवाद खड़ा कर दिया। उन्होंने रामायण की एक घटना सुनाई, जिसमें देवी सीता रावण की 'सोने के हिरण' की चाल का शिकार हुई थीं। आप के राष्ट्रीय संयोजक ने भाजपा की तुलना "सोने के हिरण" से की और दिल्लीवासियों को उनके "जाल" में न फंसने की चेतावनी दी।
अरविंद केजरीवाल ने क्या कहा
दिल्ली के पूर्व सीएम और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने क्या कहा, भगवान राम को 14 साल का वनवास हुआ था, इसलिए एक दिन वे भोजन की व्यवस्था करने के लिए जंगल में चले गए, माता सीता को कुटिया में छोड़ दिया और लक्ष्मण से कहा कि तुम सीता मां की रक्षा करोगे, इसी बीच रावण सोने के हिरण का रूप धारण करके आया। सीता ने लक्ष्मण से कहा कि मुझे यह हिरण चाहिए...लक्ष्मण गए और रावण ने सीता मां का अपहरण कर लिया, ये भाजपा वाले भी उस सोने के हिरण की तरह हैं, इनके जाल में मत फंसो।"
भाजपा केजरीवाल के टिप्पणी से नाराज हुई
अरविंद केजरीवाल की टिप्पणी को लेकर भाजपा नाराज दिखाई दे रही है और उन पर सनातन धर्म का अपमान करने और रामचरितमानस के पवित्र ग्रंथ की गलत व्यख्या करने का आरोप लगाया और चुनावी हिंदू करार दिया। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि अरविंद केजरीवाल को मंदिर तभी याद आते हैं जब चुनाव नजदीक आते हैं।