कल यानी के 23 नवंबर को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव नतीजे आने वाले है। जिसको लेकर सभी नेताओं के धड़काने बढ़ गई है। एग्जिट पोल्स के मुताबिक, टाइट फाइट मिलने वाली है। सभी दल कयास लगा रहे हैं कि यदि सरकार बनाने के लिए करीबी आंकड़े तक दोनों गठबंधन हुए तो फिर टूट-फूट हो सकती है। इस प्रकार की स्थिति महायुति से लेकर महाविकास अघाड़ी तक अलर्ट हैं। एक ओर बीजेपी ने अपने और सहयोगी दलों के सभी विधायको को अपने साथ रखने की कोशिश शुरु कर दी है तो वहीं महाविकास अघाड़ी के नेता भी अलर्ट हैं।
नतीजों से पहले महाराष्ट्र से बाहर भेज दिए जाएंगे विधायक
गुरुवार को संजय राउत, कांग्रेस नेता बालासाहेब थारोट और एनसीपी-एसपी के जंयत पाटिल ने मीटिंग की है। इस मीटिंग में चर्चा की गई कि यदि करीबी मुकाबला रहा तो फिर भाजपा और एकनाथ शिंदे दूसरे दलों में टूट की कोशिश कर सकते है। इससे बचने के लिए विधायकों को पहले से ही बाहर भेज दिया गया है। मीटिंग में तय किया गया कि ज्यादातर विधायकों को कांग्रेस शासित राज्यों में भेजा जाएगा, जैसे कि कर्नाटक और तेलंगाना। इन विधायकों को शनिवार की शाम तक दूसरे राज्यों में भेज दिया जाएगा। नतीजों से पहले विधायक महाराष्ट्र से बाहर भेजे दिए जाएंगे विधायक।
वहीं, इन सभी नेताओं का तब बुलाया जाएगा, जब सरकार बनाने का दावा पेश किया जाएगा। इसके अलावा निर्दलीय और छोटे दलों से भी सीधा संपर्क साधा जाएगा। अगर करीबी मुकाबला हुआ तो पहले ही विधायकों का जुगाड़ करके दावा किया जाएगा। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता का कहना है कि हमें विश्वास है कि सरकार हमारी ही बनेगी और एग्जिट पोल्स फिर से गलत साबित होंगे। उन्होंने कहा कि तैयारियां तेज हैं नतीजों में यदि टाइट फाइट दिखी तो शनिवार की शाम को विधायकों भेज दिया जाएगा।