इन दिनों देश में लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर घमासान जारी है। भले ही पिछले दो राजस्थान लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी को हार का मुंह देखना पड़ा था। लेकिन इस बार कांग्रेस अपनी पूरी रणनीति के साथ चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी कर रही है। ऐसे में भाजपा और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिल सकती है।
साल 2014 के बाद से कांग्रेस का प्रदर्शन लोकसभा में इतना निराशाजनक रहा कि वह अपने बल पर नेता प्रतिपक्ष का दर्जा भी नहीं पा सकी। हांलाकि इस बार कांग्रेस पर जनता की निगाहें टिकी हुई हैं, ऐसे में उम्मीदें जताई जा रही हैं कि क्या सबसे पुराना दल अपने बूते सेंचुरी लगा पाएगा। सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या घटक दलों के साथ मिलकर कांग्रेस मोदी का रथ रोक पाएगा। या फिर विपक्ष में ही उसे बैठना होगा।
बीजेपी
लोकसभा चुनाव में बीजेपी अपने अच्छे परिणाम को लेकर आश्वस्त है। बीजेपी का मानना है कि पूरे देश में मोदी लहर का प्रभाव है। इस स्थिति में NDA 400 से अधिक सीटें हासिल करेगी। वहीं भाजपा को पीएम मोदी की रैलियां और चुनावी कैंपेन को लेकर भी पूरी तरह से आश्वस्त है। पीएम मोदी के कैंपन से लोकसभा चुनाव में जीत हासिल करने में बड़ी सहायता है। बीजेपी बूथ स्तर पर लोकसभा चुनाव को लेकर अपनी मजबूत रणनीति के तहत काम कर रही है।
कांग्रेस
राजस्थान में लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस को अपने दिग्गज अशोक गहलोत औऱ सचिन पायलट से काफी आस है। राज्य में चुनावी कैम्पेन का दारोमदार पायलट और गहलोत दोनों के कंधों पर टिका है। हांलाकि दोनों ही नेता लोकसभा चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। ऐसे में कांग्रेस इन दोनों नेताओं की प्रतिभाओं को हथियार बनाकर चुनावी मैदान फतह करना चाहती है।
भाजपा को मिलेगी कड़ी टक्कर
लोकसभा चुनाव को लेकर भाजपा भले ही मिशन 25 को लेकर काम करने में जुटी है। ऐसे में पार्टी का दावा है कि वह इन सभी 25 सीटों पर जीत हासिल करेगी। लेकिन सियासी चर्चाओं की मानें तो इस बार भाजपा के लिए मुकाबला आसान नहीं होने वाला है। क्योंकि राजस्थान लोकसभा की कई सीटों पर बीजेपी उम्मीदवारों को कांग्रेस से कड़ी टक्कर देखने को मिलेगी। करीब 1 दर्जन के अधिक सीटों पर कांग्रेस और बीजेपी के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल सकती है।