Delhi Economy: AAP सरकार के कर संग्रह 36% का हुआ इजाफा, 14.18% बढ़ी प्रति व्यक्ति आय

देश की राजधानी दिल्ली में 2021-22 में प्रति व्यक्ति आय 3,89,529 रुपये थी। वहीं पिछले साल की तुलना में साल मौजूदा कीमतों पर 2022-23 में 14.18 प्रतिशत बढ़कर 4,44,768 रुपये हो गई। बीते दिनों वित्त मंत्री कैलाश गहलोत द्वारा यह जानकारी दी गई।
देश की राजधानी दिल्ली में 2021-22 में प्रति व्यक्ति आय 3,89,529 रुपये थी। वहीं पिछले साल की तुलना में साल मौजूदा कीमतों पर 2022-23 में 14.18 प्रतिशत बढ़कर 4,44,768 रुपये हो गई। बीते दिनों वित्त मंत्री कैलाश गहलोत द्वारा यह जानकारी दी गई। राज्य की वर्तमान प्रति व्यक्ति आय और स्थिति दोनों कीमतों पर राष्ट्रीय औसत की तुलना में करीब-करीब 2.6 गुना वृद्धि हो रही है।
जबकि यह आंकड़ा 2020-21 में 3,31,112 रुपए थी। ऐसे में दिल्ली की सरकार ने 2021-22 (अनंतिम) के दौरान कर संग्रह में 36 फीसदी की जबरदस्त वृद्धि की है। बता दें कि कोविड 19 महामारी के दौरान राजस्व कर में 19.53 फीसदी कमी दर्ज की थी।
वहीं 31 मार्च 2022 तक दिल्ली की आप सरकार का कर्ज बढ़कर 41,481.50 करोड़ रुपये हो चुका है। जोकि साल 2011-12 में 29,608.27 करोड़ रुपये के आसपास था। वर्तमान समय में राष्ट्रीय स्तर की तुलना में समग्र आर्थिक गतिविधि तेजी से बढ़ रही है। साल 2021-22 और 2022-23 में दिल्ली की वास्तविक जीएसडीपी की वसूली 9.14 प्रतिशत और 9.18 की वृद्धि के साथ तेज हुई है।
साल 2022-23 के दौरान दिल्ली के सकल राज्य घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी) की मौजूदा कीमतों के अनुमान में 2021-22 के मुकाबले 15.38 प्रतिशत की वृद्धि दर दिखी है। जो कि 10,43,759 करोड़ रुपये के स्तर को प्राप्त किए जाने की संभावना है। दिल्ली के जीएसडीपी का अग्रिम अनुमान 2022-23 के दौरान निरंतर कीमतों पर 6,52,649 करोड़ रुपये दर्ज किया गया। यह साल 2021-22 के अनुपास में 9.18 फीसदी अधिक है।
बता दें कि दिल्ली सरकार ने अपने राजस्व अविशेष को बनाए रखा है। साल 2020-21 में 1,450 करोड़ रुपये की तुलना में 2021-22 दौरान इसमें बढ़ोत्तरी होकर 3,270 करोड़ रुपए हो गया है। वहीं आर्थिक सर्वेक्षण के मुताबिक राज्य का राजस्व अवशेष साल 2021-22 के समय जीएसडीपी का 0.36% और साल 2022-23 के समय 0.73% हो गया है।