Jammu & Kashmir में गरजे गृहमंत्री अमित शाह, कहा- 'नीतियों और कानून व्यवस्था की स्थिति निवेश के अनुकूल'

LSChunav     Mar 29, 2023
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Jammu & Kashmir में गरजे गृहमंत्री अमित शाह, कहा- नीतियों और कानून व्यवस्था की स्थिति निवेश के अनुकूल

गृह मंत्री अमित शाह ने भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग मंडल के वार्षिक सत्र में संबोधन दिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि आगामी 5 सालों में लॉजिस्टिक्स लागत को घटाकर 7.5 प्रतिशत पर ले आएंगे। साथ ही उन्होंने उद्योगपतियों के सवालों के जवाब भी दिए।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग मंडल के वार्षिक सत्र में शिरकत की। इस दौरान उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में नीतियां और कानून-व्यवस्था निवेश के लायक हैं। इस पर आप सभी को ध्यान देना चाहिए। गृह मंत्री ने कहा कि पीएम मोदी की सही नीतियों ने देश को प्रगति के पथ पर आगे बढ़ाने का काम किया है। बता दें कि गृह मंत्री अमित शाह संबोधन के दौरान उद्योगपतियों के सवाल के जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि अपनी बाजार रणनीति के अनुसार और अपने व्यावसायिक हित को ध्यान में रखते हुए उद्योगपतियों को निवेश करना चाहिए।


आगामी 5 सालों में कम होगी लॉजिस्टिक्स लागत

गृह मंत्री ने कहा कि जब तक आप देश को लाभ पहुंचाते रहेंगे, तब कर आप जहां चाहें वहां निवेश कर सकते हैं। इसमें कोई समस्या नहीं है। लेकिन यह कहना भी गलत नहीं होगा कि जम्मू और कश्मीर की नीति और कानून व्यवस्था निवेश करने के लिहाज से बेहतर हैं। इस बारे में उद्योगपतियों को भी विचार करना चाहिए। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि केंद्र सरकार सकल घरेलू उत्पाद में लॉजिस्टिक्स लागत को कम करने का काम कर रही है। वर्तमान में मौजूदा लागत को 13% से कम कर 7.5% पर लाने का प्रयास किया जा रहा है। लॉजिस्टिक्स लागत में कमी और देश के बुनियादी ढांचे के विकास के बिना विकास संभव नहीं है।


पीएम मोदी ने नहीं की वोटबैंक की राजनीति- अमित शाह

बता दें कि देश में जहां लॉजिस्टिक्स लागत जीडीपी की 13 प्रतिशत है तो वहीं बाकि दुनिया में यह लागत केवल 8% प्रतिशत ही है। लॉजिस्टिक्स लागत के कारण देश के निर्यात के लिए विश्वस्तर पर प्रतिस्पर्धा करना मुश्किल हो जाता है। केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि हम आगामी 5 सालों में लॉजिस्टिक्स लागत को घटाकर 7.5 प्रतिशत पर ले आएंगे। इस दौरान उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने कभी भी वोटबैंक की राजनीति के लिए लोकलुभावन फैसले नहीं लिए। पीएम मोदी ने हमेशा वह फैसले लिए हैं जिनमें लोगों की भलाई निहित हो और देश की राजनीतिक स्थिति बेहतर हो सके। पीएम मोदी ने टीम इंडिया की संकल्पना को साकार करने का काम किया है।