Telangana News: तेलंगाना में रफ्तार नहीं पकड़ पा रही BRS और कांग्रेस पार्टी, क्या BJP कमल खिलाने में होगी कामयाब
दक्षिण राज्य तेलंगाना में वर्तमान में कांग्रेस की सरकार है। लेकिन साल 2024 के लोकसभा चुनावों को लेकर ताजे ओपिनियन पोल में भाजपा तेलंगाना में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी रही है। तेलंगाना में कुल लोकसभा सीटों की संख्या 17 है।
लंबे समय से तेलंगाना चर्चा के केंद्र में बना हुआ है। जिस कारण बीजेपी इस राज्य से दक्षिण भारत में घुसपैठ करने की फिराक में है। बता दें कि बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए को इस बार लोकसभा चुनाव में इस राज्य से काफी उम्मीदें हैं। लेकिन राज्य में राजनीतिक समीकरण रोजाना बदल रहे हैं। हांलाकि चुनाव से पहले पार्टी के छोड़ अन्य दल में नेताओं के शामिल होने का सिलसिला तेज हो गया है। तेलंगाना में एक ही चरण में 19 अप्रैल को वोटिंग होगी।
दक्षिण राज्य तेलंगाना में वर्तमान में कांग्रेस की सरकार है। लेकिन साल 2024 के लोकसभा चुनावों को लेकर ताजे ओपिनियन पोल में भाजपा तेलंगाना में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी रही है। सर्वे में सामने आया है कि राज्य में भाजपा और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर बताई जा रही है। ऐसे में अंदाजा लगाया जा रहा है कि भाजपा की सीटों की संख्या कांग्रेस से ज्यादा रह सकती है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, राज्य में कांग्रेस की सरकार होने के बाद भी पार्टी को अधिक सीटें नहीं मिल पाएंगी।
बता दें कि तेलंगाना में कुल लोकसभा सीटों की संख्या 17 है। ऐसे में कांग्रेस पार्टी ने राज्य में चुनाव जीतने की कमान रेवंत रेड्डी को सौंपी है। अनुमान जताया जा रहा है कि राज्य में भाजपा और कांग्रेस के बीच आमने-सामने की टक्कर होने की संभावना है। जहां भाजपा के खाते में 8 सीटें तो वहीं पहली बार राज्य में सत्ता में आई कांग्रेस को 6 सीटें मिल सकती हैं। वहीं भारतीय राष्ट्र समिति को 2 सीटें मिलने का अनुमान जताया जा रहा है। वहीं एक सीट अन्य के खाते में जा सकती है।
साल 2019 के नतीजे
साल 2019 के लोकसभा चुनावों में तेलंगाना में 17 सीटों में BRS ने 9 सीटों पर जीत हासिल की थी। वहीं भाजपा के खाते में सिर्फ 4 सीटें आई थीं। कांग्रेस को 3 और AIMIM को 1 सीट मिली थी। हैदराबाद से असदद्दीन ओवैसी को जीत हासिल हुई थी। राज्य विधानसभा चुनावों में जीत हासिल करने के बाद कांग्रेस को तेलंगाना से काफी उम्मीदें हैं। इसके लिए सत्तारूढ़ पार्टी की तरफ से कई चुनावी गारंटियों को भी लागू किया गया है। लेकिन पीएम मोदी की गारंटी कांग्रेस पर भारी पड़ती दिख रही है। भाजपा ने AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी को घेरने के लिए हैदराबाद से माधवी लता को चुनावी मैदान में उतारा है।