Andaman and Nicobar: अंडमान निकोबार में महंगाई की मार झेल रही आम जनता, महंगाई ने तोड़े सारे रिकॉर्ड

LSChunav     Jan 12, 2024
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Andaman and Nicobar: अंडमान निकोबार में महंगाई की मार झेल रही आम जनता, महंगाई ने तोड़े सारे रिकॉर्ड

देश के कई राज्य और केंद्र शासित प्रदेश में महंगाई देखने को मिल रही है। अण्डमान और निकोबार द्वीपसमूह की राजधानी पोर्ट ब्लेयर में भी लोग महंगाई की मार झेल रहे हैं। इस महंगाई ने आम जनता के किचन का बजट बिगाड़ दिया है।

देश के कई राज्य और केंद्र शासित प्रदेश में महंगाई देखने को मिल रही है। कुछ जगहों पर सब्जी से लेकर दाल-चावल तक महंगा हो गया है। लेकिन गेहूं की कीमतें आम जनता को सबसे ज्यादा रुला रही हैं। पिछले 6 महीने के सबसे उच्चतम स्तर पर गेहूं की कीमतें पहुंच गई हैं। गेहूं की बढ़ती कीमतों पर लगाम लगाने के लिए सरकार ने गेहूं पर से 10 प्रतिशत इंपोर्ट ड्यूटी हटा दी है। लेकिन इसके बाद भी इसकी कीमतें कम नहीं हो रही हैं। गेहूं महंगा होने के कारण आटे की कीमतों में भी बढ़ोत्तरी देखने को मिली। वहीं कई शहरों में तो 60 किलो रुपए में 1 किलो गेहूं का आटा मिल रहा है।


आपको बता दें कि अण्डमान और निकोबार द्वीपसमूह की राजधानी पोर्ट ब्लेयर में भी लोग महंगाई की मार झेल रहे हैं। यहां पर एक किलो आटे की कीमत 67 रुपए हैं। इस महंगाई ने आम जनता के किचन का बजट बिगाड़ दिया है। वहीं अण्डमान व निकोबार में अलग-अलग जगहों गेहूं के आटे की अलग-अलग कीमतें हैं। जहां पर पोर्ट ब्लेयर के मुकाबले कार निकोबार में आटा सस्ता है। यहां पर 66 रुपए किलो आटा बिक रहा है। तो वहीं मायाबंदर शहर में कार निकोबार से सस्ता आटा बिक रहा है। मायाबंदर शहर में 65 रुपए का आटा बिक रहा है। 


जहां दिल्ली में 30-35 रुपए किलो आटा बिक रहा है, तो वहीं अंडमान-निकोबार में आटा दोगुना महंगा है। अंडमान निकोबार एक केंद्र शासित प्रदेश है। यहां पर भारत सरकार द्वारा शासन चलता है। करीब 572 छोटे और बड़े द्वीप को मिलाकर यह द्वीप समूह को बनाया गया है। लेकिन सिर्फ कुछ ही द्वीपों पर लोग रहते हैं। अंडमान निकोबार की राजधानी पोर्ट ब्लेयर है।