Faridkot Lok Sabha Seat: फरीदकोट सीट पर दो गायकों के बीच मुकाबला, कांग्रेस ने अमरजीत पर लगाया दांव

अनन्या मिश्रा     May 31, 2024
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Faridkot Lok Sabha Seat: फरीदकोट सीट पर दो गायकों के बीच मुकाबला, कांग्रेस ने अमरजीत पर लगाया दांव

फरीदपुर सीट से बीजेपी ने सूफी गायक हंसराज हंस तो आप पार्टी ने गायक व अभिनेता करमजीत अनमोल को चुनावी मैदान में उतारा है। वहीं कांग्रेस ने इसी सीट से अमरजोत कौर पर भरोसा जताया है।

पंजाब के फरीदकोट लोकसभा सीट पर दो राजनीतिक पार्टियों ने दो गायकों को चुनावी रण में उतारा है। भारतीय जनता पार्टी ने फरीदपुर सीट से हंसराज हंस को चुनावी मैदान में उतारा है। तो वहीं आम आदमी पार्टी ने इस सीट से गायक करमजीत अनमोल को अपना उम्मीदवार बनाया है। वर्तमान समय में इस सीट पर कांग्रेस का कब्जा है। ऐसे में सूफी संत बाबा फरीद की नगरी में मुकाबला बेहद दिलचस्प हो गया है।


बीजेपी हंसराज हंस

भारतीय जनता पार्टी ने फरीदकोट सीट हंसराज हंस को चुनावी मैदान में उतारा है। वह उत्तर पश्चिम दिल्ली लोकसभा क्षेत्र से सांसद हैं। उनकी पहचान देश-दुनिया में सूफी गायक के तौर पर होती है। हंसराज ने अपने गृह जिले जालंधर से संगीत का सफर शुरू किया था। साल 2009 के चुनाव में उन्होंने शिरोमणि अकाली दल की टिकट पर जालंधर लोकसभा चुनाव लड़ा था। वहीं साल 2014 में उन्होंने कांग्रेस ज्वॉइन की। इसके बाद साल 2016 में भाजपा का दामन थाम लिया। साल 2019 के चुनाव में वह बीजेपी के टिकट पर उत्तर पश्चिम दिल्ली से लोकसभा चुनाव लड़े और जीत हासिल की।


आप प्रत्याशी करमजीत अनमोल

आप पार्टी ने पंजाब के गायक, अभिनेता और फिल्म निर्माता करमजीत कौर को फरीदकोट सीट से प्रत्याशी बनाया है। वह सीएम भगवंत मान के करीबी दोस्त हैं। करमजीत को असली पहचान मिमिक्री से मिली थी। वहीं भगवंत मान और करमजीत ने एक साथ थिएटर भी किया है। इन दोनों की दोस्ती कॉलेज के समय से है। यह करमजीत का पहला चुनाव है। ऐसे में पंजाब में दो सिंगरों के आमने-सामने होने से मुकाबला काफी दिलचस्प हो गया है।


कांग्रेस प्रत्याशी अमरजीत कौर

कांग्रेस ने अमरजीत कौर साहोके को फरीदकोट लोकसभा सीट से चुनावी रण में उतारा है। अमरजीत ने अकाली दल से अपने राजनीतिक करियर की शुरूआत की थी। वह साल 2013 से लेकर 2018 तक जिला परिषद मोगा की चेयरपर्सन रहीं। फिर साल 2017 में वह लुधियाना जिले के विधानसभा क्षेत्र जगरांव से अकाली दल की टिकट पर चुनाव में उतरी थीं। लेकिन इस दौरान उनको तीसरे स्थान पर संतोष करना पड़ा। साल 2022 में जब अकाली दल से अमरजीत कौर साहोके को टिकट नहीं मिला तो उन्होंने अकाली दल का साथ छोड़कर कांग्रेस का दामन थाम लिया।