Hisar Lok Sabha Seat: हरियाणा की इस सीट पर दो बहुओं और ससुर के बीच सीधा मुकाबला, जीत में रोड़ा बन सकती है कांग्रेस

अनन्या मिश्रा     May 21, 2024
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Hisar Lok Sabha Seat: हरियाणा की इस सीट पर दो बहुओं और ससुर के बीच सीधा मुकाबला, जीत में रोड़ा बन सकती है कांग्रेस

हरियाणा की हिसार सीट पर इस बार जबरदस्त और दिलचस्प मुकाबला देखने को मिल रहा है। जेपीपी ने इस सीट से नैना चौटाला तो INLD ने सुनैना चौटाला को अपना प्रत्याशी बनाया है। वहीं बीजेपी ने पूर्व राज्यमंत्री चौटाला को चुनावी मैदान में उतारा है।

हरियाणा की हिसार सीट पर इस बार जबरदस्त और दिलचस्प मुकाबला देखने को मिल रहा है। बता दें कि हिसार लोकसभा सीट पर 25 मई को मतदान होना है। वहीं इस सीट पर एक ही परिवार की दो बहुओं के बीच मुकाबला होने वाला है। जननायक पार्टी ने इस सीट से मौजूदा विधायक नैना चौटाला पर भरोसा जताया है, तो वहीं इंडियन नेशनल लोकदल ने हिसार सीट पर उम्मीदवार सुनैना चौटाला को चुनावी रण में उतारा है। वहीं भारतीय जनता पार्टी ने भी पूर्व राज्यमंत्री रणजीत सिंह चौटाला पर तो कांग्रेस ने जयप्रकाश जेपी पर भरोसा जताया है। लेकिन एक ही परिवार के तीन सदस्यों यानी की दो बहुओं और ससुर के बीच हो रहे इस मुकाबले में जनता का समर्थन किसे हासिल होता है, यह तो समय ही बताएगा।


बता दें कि एक ही परिवार की दो बहुओं के चुनावी मैदान में उतरने से हिसार सीट की लड़ाई ने रोचक मोड़ ले लिया है। 57 साल की नैना और 47 साल की सुनैना चौटाला परिवार से ताल्लुक रखती हैं। नैना चौटाला हरियाणा के पूर्व सीएम ओम प्रकाश चौटाला की बहु हैं। तो वहीं सुनैना चौटाला पू्र्व सीएम ओम प्रकाश चौटाला के बड़े भाई दिवंगत प्रताप सिंह चौटाला की बहू हैं।


जेपीपी प्रत्याशी नैना चौटाला

साल 2014 के चुनाव में नैना चौटाला ने डबवाली विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की थी। इस तरह से वह राजनीति में प्रवेश करने वाली चौटाला परिवार की पहली महिला बनीं थीं। नैना चौटाला के मुताबिक उन्होंने राजनीति में इसलिए एंट्री की, क्योंकि डबवाली के मौजूदा विधायक और पति अजय चौटाला को दोषी ठहराया गया और उन्हें 10 साल की जेल की सजा सुनाई गई थी। हालांकि हिसार सीट से कभी कोई महिला सांसद नहीं चुनी गई हैं। ऐसे में एक ही परिवार की दो महिलाएं क्षेत्रीय पार्टी के टिकट पर चुनावी रण में हैं, अब चुनावी चौसर यह खेल की किस ओर जाता है, यह तो 4 जून को पता चलेगा। 


INLD प्रत्याशी सुनैना चौटाला

वहीं INLD प्रत्याशी सुनैना चौटाला का राजनीति से जुड़ाव साल 1994 में शुरू हो गया था। सुनैना चौटाला को हिसार के एफसी कॉलेज फॉर विमेन में छात्र परिषद का अध्यक्ष चुना गया था। वह एक फुटबॉल खिलाड़ी होने के साथ राष्ट्रीय स्तर की निशानेबाज रह चुकी थीं। वहीं जब ओम प्रकाश चौटाला के नेतृत्व वाली इनेलो का विभाजन हुआ। तब उनके बड़े बेटे अजय चौटाला ने जेजेपी की स्थापना की, तो वहीं ओम प्रकाश चौटाला के छोटे बेटे अभय चौटाला ने इनेलो की कमान संभाली। जिसके बाद साल 2018 में सुनैना चौटाला को इनेलो विंग का महासचिव बनाया गया। सुनैना हिसार में महिला वोटरों को अपनी तरफ आकर्षित करने की कोशिश कर रही हैं।


बीजेपी प्रत्याशी रणजीत सिंह चौटाला

साल 2019 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को पहली बार हिसार सीट पर जीत मिली थी। वहीं इस बार पार्टी ने रणजीत सिंह चौटाला को चुनावी रण में उतारा है। रणजीत सिंह चौटाला हाल ही में बीजेपी में शामिल हुए हैं, वहीं पार्टी ने उन्हें हिसार सीट से टिकट देकर इस मुकाबले को दिलचस्प बना दिया है। बता दें कि साल 2000 में रणजीत चौटाला रोड़ी विधानसभा से अपने भाई ओम प्रकाश चौटाला के खिलाफ चुनाव लड़ चुके हैं। वहीं चौटाला केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह व पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल की पसंद हैं। ऐसे में इस बार हिसार सीट को चौटाला की प्रतिष्ठा से भी जोड़कर देखा जा रहा है।


कांग्रेस प्रत्याशी जयप्रकाश जेपी

कांग्रेस पार्टी हरियाणा की इस सीट पर अब तक करीब 7 बार जीत हासिल कर चुकी हैं। इस सीट पर जाट मतदाताओं की संख्या अधिक है। ऐसे में सभी पार्टियों ने जाट मतदाताओं को साधने के लिए जाट चेहरों को टिकट दिया है। वहीं कांग्रेस ने हिसार का रण भेदने के लिए जयप्रकाश जेपी को चुनावी मैदान में उतारा है। राज्य के हिसार निर्वाचन क्षेत्र का जेपी ने प्रतिनिधित्व किया और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (आईएनसी) राजनीतिक दल के सदस्य हैं। जयप्रकाश जेपी चन्द्रशेखर मंत्रिमंडल में पेट्रोलियम और रसायन मंत्रालय में उप मंत्री के रूप में कार्य किया हैं।