Kerala Political: CPI-M नेता ने राज्यपाल पर साधा निशाना, कहा- चुनावी राजनीति में लेनी चाहिए एंट्री
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) की वरिष्ठ नेता और पोलित ब्यूरो सदस्य वृंदा करात ने केरल के राज्यपाल को आड़े हाथों लेते हुए निशाना साधा। उन्होंने कहा कि केरल के राज्यपाल के लिए सीधे चुनावी राजनीति में आना काफी बेहतर होगा।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) की वरिष्ठ नेता और पोलित ब्यूरो सदस्य वृंदा करात ने केरल के राज्यपाल को आड़े हाथों लेते हुए निशाना साधा। उन्होंने कहा कि केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान के लिए सीधे चुनावी राजनीति में आना अधिक उचित होगा। बता दें कि राज्य के राज्यपाल ने कहा कि विश्वविद्यालय विधेयक धन विधेयक है, ऐसे में राज्यपाल की पूर्व अनुमति के बिना धन विधेयक को विधानसभा में पेश नहीं किया जा सकता है। वह धन विधेयक थे, अगर ऐसे में राज्यपाल को हटाया जाता है और व्यक्तिगत चांसलर नियुक्त करते हैं। तब कुछ खर्चों की जांच की जाएगी। इस इसमें राज्यपाल की सहमति की जरूरत होती है। इसलिए वह राज्य सरकार से स्पष्टीकरण मांग रहे हैं। लेकिन वह स्पष्टीकरण नहीं कर रहे हैं।
वृंदा करात ने आगे कहा कि यदि राज्यपाल को राजनीति में आने की दिलचस्पी है, तो उनको ऐसा करना चाहिए। क्योंकि साल 2024 में लोकसभा चुनाव होने हैं। इसलिए यह उनके राजनीतिक समझ का हिस्सा हो सकता है। केरल के राज्यपाल के लिए सीधे चुनावी राजनीति में आना काफी बेहतर होगा। इसलिए बीजेपी पार्टी का टिकट लेकर राज्य की किसी भी सीट पर चुनाव लड़ना चाहिए। इस तरह से दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।
पूर्व राज्यसभा सांसद वृंदा करात ने कहा कि राज्यपाल को जो भी मुद्दा है, उस पर सीएम के साथ चर्चा करनी चाहिए। जो राज्यपाल के पद को अपमानित करते हैं और चुनी हुई सरकार की भूमिका को अपमानित करने का काम करते हैं। उनको हर दिन सार्वजनिक बयान देने से बचना चाहिए। आपको बता दें कि इन दिनों केरल के सीएम पिनाराई विजयन और राज्यपाल के बीच जुबानी जंग छिड़ी हुई है। राज्यपाल ने मुख्यमंत्री पर उनकी कार पर हमले के लिए गुंडे नियुक्त करने का आरोप लगाया। इसके जवाब में राज्य के सीएम ने राज्य में शांतिपूर्ण स्थिति को खराब करने का राज्यपाल पर आरोप लगाया।