दिल्ली शराब घोटाले केस में कैलाश गहलोत को ईडी का समन, आज होगी पूछताछ
दिल्ली शराब घोटाले मामले में एक और आप के नेता की बढ़ी मुश्किल, दिल्ली सरकार के परिवाहन मंत्री कैलाश गहलोत को प्रवर्तन निदेशालय ने समन जारी किया है। कैलाश गहलोत की पहले से चल रही है जांच। जानें क्या है दिल्ली की नई शरब नीति? इन 15 आरोपी हो चुकी है गिरफ्तारी।
आम आदमी पार्टी के नेताओं को मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही। दिल्ली शराब घोटाला मामले में ईडी ने दिल्ली सरकार में परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत को पूछताछ के लिए आज बुलाया है। वहीं प्रवर्तन निदेशालय ने समन जारी किया है।
कैलाश गहलोत की पहले से चल रही है जांच
दिल्ली शराब घोटले मामले में मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन पहले से ही जेल की हवा खा रहे हैं। अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया, सत्येंद्र जैन के बाद कैलाश गहलोत सरकार में सबसे वरिष्ठ माने जाते हैं। इस समय इनके पास दिल्ली परिवाहन के साथ कई अन्य विभाग हैं। वहीं कैलाश गहलोत पर पहले से ही डीटीसी बसों की खरीद में घोटाले करने के आरोप हैं। बीजेपी पार्टी ने आरोप लगाया था कि कैलाश गहलोत के परिवहन मंत्री रहते हुए दिल्ली सरकार ने एक हजार डीटीसी बसों की खरीद प्रक्रिया शुरु की थी। भाजपा का आरोप है कि इन 1000 बसों की खरीद और इनके रखरखाव मामले में भ्रष्टाचार हुआ।
क्या है दिल्ली की नई शरब नीति?
17 नवंबर 2021 को दिल्ली सरकार ने नई शराब नीति लागू की। राजधानी में 32 जोन बनाए गए और हर जोन में ज्यादा से ज्यादा 27 दुकानें खुलनी थीं। इस तरह से कुल 849 दुकानें खुलनी थीं। नई शराब नीति में दिल्ली की सभी शराब दुकाने प्राइवेट हो गई थी। वहीं पहले दिल्ली में शराब की 60 प्रतिशत दुकानें सरकारी और 40 प्रतिशत प्राइवेट थीं। नई शराब नीति लागू होने के बाद 100 प्रतिशत प्राइवेट हो गईं। सरकार ने इस पर कहा था कि 3,500 करोड़ रुपये का फायदा होगा।
सरकार ने लाइसेंस की फीस भी कई गुना तक बढ़ाई थी। जिस एल-1 लाइसेंस के लिए पहले ठेकेदारों को 25 लाख देना होता था, लेकिन नई शराब नीति लागू होने के बाद उसके लिए ठेकेदारों को पांच करोड़ रुपये चुकाने पड़े।
घोटाले के आरोप क्यों लगे?
नई शराब नीति लागू होने से जनता और सरकार दोनों को नुकसान होने का आरोप है। बड़े शराब कारोबारियों को फायदा होने की बात कही जा रही है। बीजेपी के यही आरोप है और तीन तरह से घोटाले की बात सामने आ रही है।
इस तरह से शुरु हुई घोटाले की जांच
आप पार्टी दिल्ली आबकारी नीति 2021-2022 सवालों के घेरे में आ गई। CBI ने अगस्त 2022 में इस मामले में 15 आरोपियों के खिलाफ नियमों के उल्लंघन और नई शराब नीति की गड़बड़ी के आरोप में एफआईआर दर्ज की। इसके बाद सीबीआई ने दर्ज में ईडी ने पीएमएलए के मध्य मनी लॉन्ड्रिंग के मामले की जांच शुरु की। शराब घोटाले मामले में ईडी इससे पहले अभी तक 15 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी थी, अब केजरीवाल के घर पर पहले छापेमारी फिर तलाशी और बाद में गिरफ्तारी की।
यह हैं 15 आरोपी जो गिरफ्तार हो चुके हैं
- विजय नायर
- अभिषेक बोइनपल्ली
- पी सरथ चंद्रा
- बिनोय बाबू
- अमित अरोड़ा
- गौतम मल्होत्रा
- समीर महेंद्रू
-राघव मंगुटा
- राजेश जोशी
- अमन ढाल
- अरुण पिल्लई
- मनीष सिसोदिया
- दिनेश अरोड़ा
- संजय सिंह
- के. कविता