कर्नाटक में ISIS आतंकी को वीआईपी ट्रीटमेंट, BJP बोली- राष्ट्रीय सुरक्षा से खिलवाड़!

दिव्यांशी भदौरिया     Nov 10, 2025
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कर्नाटक में ISIS आतंकी को वीआईपी ट्रीटमेंट, BJP बोली- राष्ट्रीय सुरक्षा से खिलवाड़!

भाजपा ने बेंगलुरु जेल में कथित ISIS भर्तीकर्ता जुनैद हमीद शकील मन्ना को 'वीआईपी सुविधाएं' दिए जाने को लेकर कर्नाटक की कांग्रेस सरकार की कड़ी आलोचना की है। अमित मालवीय ने आरोप लगाया कि आतंकी का जेल से मोबाइल फोन का इस्तेमाल और बाहरी नेटवर्क से संपर्क राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए सीधा खतरा है, जो कांग्रेस शासन में 'प्रशासनिक विफलता' का प्रमाण है। इस घटना ने राष्ट्रीय सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कांग्रेस के नेतृत्व वाली कर्नाटक सरकार पर राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता करने का आरोप लगाया है। यह आरोप बेंगलुरु के परप्पना अग्रहारा सेंट्रल जेल के एक वीडियो के बाद लगाया गया है, जिसमें कथित ISIS आतंकवादी को उच्च सुरक्षा वाली जेल के अंदर वीआईपी सुविधाएं प्राप्त करते हुए दिखाया गया है।

अमित मालवीय ने एक्स पर वीडियो शेयर किया

भाजपा आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने एक्स पर वीडियो शेयर करते हुए लिखा, "कर्नाटक में कांग्रेस के शासन में आतंकवादी को वीआईपी ट्रीटमेंट मिल रहा है! बेंगलुरु के परप्पना अग्रहारा सेंट्रल जेल का एक खौफनाक वीडियो उजागर करता है कि कैसे आईएसआईएस भर्तीकर्ता जुनैद हमीद शकील मन्ना एक उच्च सुरक्षा वाली जेल के अंदर वीआईपी ट्रीटमेंट का आनंद ले रहा है, मोबाइल फोन का इस्तेमाल कर रहा है और खुलेआम टीवी देख रहा है।" उन्होंने आरोप लगाया कि युवाओं को कट्टरपंथी बनाने का आरोपी ISIS  कार्यकर्ता जेल के बाहर अपने नेटवर्क के साथ लगातार संपर्क में था, और इसे "राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए सीधा खतरा" बताया। मालवीय ने आगे दावा किया कि कांग्रेस सरकार के शासन में कर्नाटक की जेलें "आतंकवादियों और अपराधियों के लिए आरामदायक क्षेत्र" बन गई हैं। उन्होंने आगे कहा कि ऐसी घटनाए "पूर्ण प्रशासनिक पतन" को दर्शाती हैं।

यह मामला कब सामने आया?

यह विवाद तब शुरू हुआ जब जेल में कथित अनियमितताओं, जिनमें कैदियों द्वारा फन और अन्य सुविधाओं का इस्तेमाल शामिल था, को दिखाने वाली रिपोर्टें और वीडियो सामने आए। सूत्रों ने बताया कि आरोपी ISIS भर्तीकर्ता के पास एक स्मार्टफ़ोन था और वह अपनी कोठरी में उसका खुलेआम इस्तेमाल कर रहा था। आक्रोश के बाद, जेल महानिदेशक बी. दयानंद ने विस्तृत जांच का आदेश दिया और अधिकारियों को फुटेज की पुष्टि करने का निर्देश दिया, जिसमें कथित तौर पर हाई-प्रोफाइल कैदी उमेश रेड्डी और तरुण राजू भी दिखाई दे रहे हैं।