G20 Summit: जानिए क्या है G20 और भारत के पास कब तक रहेगी अध्यक्षता, इन देशों का होगा वेलकम

अनन्या मिश्रा     Sep 04, 2023
शेयर करें:   
G20 Summit: जानिए क्या है G20 और भारत के पास कब तक रहेगी अध्यक्षता, इन देशों का होगा वेलकम

वर्तमान समय में भारत G20 की अध्यक्षता कर रहा है। G20 से संबंधित देश में कई कार्यक्रम चल रहे हैं। सितंबर माह में मुख्य शिखर सम्मेलन नई दिल्ली में आयोजित होगा। आइए जानते हैं कि अगले साल कौन सा देश इस संगठन की अध्यक्षता करेगा।

साल 2023 में भारत में G20 ग्रुप की अलग-अलग शहरों में बैठक चल रही है। देश में दिसंबर तक G20 की मीटिंग्स चलती रहेंगी। इस दौरान अलग-अलग तरह के इवेंट्स होते रहेंगे। लेकिन क्या आपको पता है कि कब तक भारत G20 का अध्यक्ष रहेगा। वहीं भारत की अध्यक्षता के बाद इस संगठन की अध्यक्षता कौन सा देश करेगा। बता दें कि G20 दुनिया के 20 देशों का समूह है। इसे मुख्य रूप से 20 देशों के वित्त मंत्रियों और सेंट्रल बैंक के गवर्नर्स का गुट यानी की समूह भी कहा जाता है। 


इसमें 19 देश और यूरोपीय संघ शामिल हैं। वर्तमान में इस संगठन का अध्यक्ष भारत है। 9-10 सितंबर को दिल्ली में G20 का शिखर सम्मेलन होगा। इसके बाद औपचारिक तौर पर यह घोषणा की जाएगी कि अगले साल कौन सा देश इस संगठन की अध्यक्षता करेगा। 


G20 के सदस्य देश

अब तक G20 समूह में 20 सदस्य शामिल हैं। जिनमें भारत, कनाडा, चीन, यूरोपीय संघ, फ्रांस, जर्मनी, अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, इंडोनेशिया, दक्षिण अफ्रीका, दक्षिण कोरिया, तुर्की, मैक्सिको, रूस, यूनाइटेड किंगडम, इटली, जापान, सऊदी अरब और संयुक्त राज्य अमेरिका और स्पेन स्थायी अतिथि है। जो कि हर साल आमंत्रित होता है। 


दिसंबर तक रहेगी भारत की अध्यक्षता

बता दें कि 30 नवंबर 2023 तक भारत G20 का अध्यक्ष बना रहेगा। इसके अध्यक्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी है। नवंबर के बाद भारत का बतौर अध्यक्ष इस संगठन का कार्यकाल समाप्त हो जाएगा। जैसा कि हम सब देख रहे हैं कि सितंबर माह में होने वाले शिखर सम्मेलन के अलावा इस संगठन के तहत पूरे साल शेरपा बैठकें, मंत्रिस्तरीय बैठकें, कार्य समूह और विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। ऐसे में 1 दिसंबर 2022 से 30 नवंबर 2023 तक भारत G20 की अध्यक्षता करेगा।


एक वर्ष के लिए G20 अध्यक्षता के तहत G20 एजेंडा का संचालन किया जाता है। इस दौरान शिखर सम्मेलन का आयोजन किया जाता है। बता दें कि G20 सम्मेलन में दो समानांतर ट्रैक होते हैं। पहला वित्त ट्रैक और दूसरा शेरपा ट्रैक होता है। वित्त ट्रैक का नेतृत्व वित्त मंत्री और सेंट्रल बैंक के गवर्नर करते हैं। वहीं शेरपा ट्रैक का नेतृत्व शेरपा करते हैं। 


दुनिया की बड़ी अर्थव्यवस्थाओं को लाता है साथ

मुख्य तौर पर दुनिया की प्रमुख और व्यवस्थित रूप से महत्वपूर्ण अर्थव्यवस्थाओं को G20 एक साथ लाता है। G20 के सदस्य अंतर्राष्ट्रीय व्यापार का 75 फीसदी, वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद का 85 फीसदी और दुनिया की दो-तिहाई आबादी का प्रतिनिधित्व करते हैं। इस समूह का कोई भी स्थायी सचिवालय नहीं है। 


इस देश के पास होगी अगले साल अध्यक्षता

बता दें कि भारत से पहले साल 2022 में इंडोनेशिया ने G20 की अध्यक्षता की थी। इसके बाद साल 2023 में भारत के पास इसकी अध्यक्षता आई। अब साल 2024 में ब्राजील जी20 की अध्यक्षता और तमाम कार्यक्रमों की मेजबानी करेगा। वहीं ब्राजील के बाद साल 2023 में दक्षिण अफ्रीका इसकी मेजबानी करेगा।


ऐसे हुई G20 की स्थापना

एशियाई वित्तीय संकट के बाद साल 1999 में वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक के गवर्नरों के लिए G20 की स्थापना की गई। इसका स्थापना का मुख्य उद्देश्य वैश्विक आर्थिक और वित्तीय मुद्दों पर चर्चा करने के लिए वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक के गवर्नरों के लिए एक मंच के रूप में की गई थी