Bihar Politics: 7 महीने बाद लालू यादव ने की बिहार वापसी, सियासी गलियारों में शुरू हुई ऐसी चर्चा
राजद सुप्रीमो लालू यादव बिहार की धरती पर कदम रख चुके हैं। किडनी ट्रांसप्लांट के बाद लालू प्रसाद यादव कुछ दिन दिल्ली रहे। इसके बाद अब वह बिहार लौटे हैं। सियासी गलियारों में यह चर्चा तेज हो गई है कि लालू किसी प्लान के तहत पटना लौटे हैं।
लोकसभा चुनाव 2024 से पहले विपक्षी एकता को आगे बढ़ाने के लिए लालू यादव बिहार वापसी कर चुके हैं। इस दौरान लालू यादव सीएम नीतीश कुमार के प्रयासों का समर्थन करेंगे। सियासी गलियारों में इन चर्चाओं के बीच लालू यादव 7 महीने बाद बिहार लौटे हैं। एक समय पर नीतीश कुमार लालू यादव के कट्टर प्रतिद्वंदी थे। हांलांकि अब वह नीतीश का सपोर्ट कर रहे हैं। बता दें कि पिछले साल दिसंबर में लालू यादव ने सिंगापुर में किडनी प्रतिरोपण कराया था। जिसके बाद से वह दिल्ली में थे।
कमजोर नजर आए राजद सुप्रीमो
व्हीलचेयर पर बाहर निकलते हुए राजद सुप्रीमो लालू काफी कमजोर भी लग रहे थे। उनके साथ छोटे बेटे और बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी मौजूद थे। राजद में तेजस्वी को लालू का राजनीतिक उत्तराधिकारी माना जाता है। पिछले बिहार विधानसभा चुनाव में उनके नेतृत्व में राजद प्रदेश में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। वहीं अपने प्रिय नेता लालू यादव की एक झलक पाने के लिए तमाम समर्थक चिलचिलाती गर्मी में धूप में खड़े नारे लगा रहे थे।
लालू यादव ने किया समर्थकों का अभिवादन
इसके बाद लालू यादव ने हाथ हिलाकर अपने समर्थकों का अभिवादन किया। इसके बाद वह अपनी पत्नी राबड़ी देवी के आवास पर पहुंचे। कयास लगाया जा रहा है कि न्यायिक हिरासत में या बाहर रहते हुए "किंगमेकर" की भूमिका निभाने वाले लालू यादव अगले लोकसभा चुनाव के लिए विपक्षी नेताओं को एकजुट करने में नीतीश की मदद करेंगे। राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने राजद सुप्रीमो के खिलाफ केंद्रीय एजेंसियों द्वारा भ्रष्टाचार के कई मामलों का जिक्र करते हुए कहा कि भाजपा का विरोध करने की कुछ नेताओं ने भारी कीमत चुकाई है। लेकिन हमारे नेता तानाशाही के खिलाफ लड़ाई जारी रखेंगे।