लगातार जीत की हैट्रिक: लेसी सिंह बनीं बिहार की सातवीं बार मंत्री, जानिए उनके सफर की कहानी

दिव्यांशी भदौरिया     Nov 22, 2025
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लगातार जीत की हैट्रिक: लेसी सिंह बनीं बिहार की सातवीं बार मंत्री, जानिए उनके सफर की कहानी

बिहार की राजनीति में लेसी सिंह का मंत्री बनना एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम है, जो उनके लगातार चुनावी जीत और मजबूत राजनीतिक पकड़ को दर्शाता है। धमदाहा से छठी बार विधायक निर्वाचित होने के बाद, उन्होंने खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री के रूप में सातवीं बार मंत्री पद की शपथ ली है, जो बिहार के राजनीतिक परिदृश्य में एक प्रभावशाली महिला नेता के रूप में उनकी स्थिति को मजबूत करता है।

14 नवंबर में बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजे सामने आए, जिसमें एनडीए ने प्रचंड जीत हासिल की है। गुरुवार को बिहार में मत्री पद की शपद दिलाई गई है। बिहार में की जानी-मानी सबकी चहेती नेता लेसी सिंह सुर्खियों में है। धमदाहा विधानसभा क्षेत्र से लगातार चुनाव जीतने वाली लेसी सिंह ने 20 नवंबर 2025 को सातवीं बार मंत्री पद की शपथ दिलाई गई है। लेसी सिंह बिहार की उन ताकतवार महिला नेताओं में से है, जो लंबी राजनीतिक यात्र तय करते हैं और अपने इलाके के साथ-साथ पूरे राज्य मजबूत पहचान बनाई है। इन्हें बिहार कैबिनेट में मंत्री पद की शपथ दिलाई गई है। आइए आपको इनके जीवन, संघर्ष और राजनीति के जरुरी पड़ावों के बारे में विस्तार से बताएंगे।


जनसेवा को लेशी सिंह ने बनाया लक्ष्य


लेशी सिंह का जन्म 5 जनवरी 1974 को पूर्णिया जिले के सरसी गांव में हुआ था। यह एक साधारण परिवार से ताल्लुक रखती हैं, लेकिन बचपन से ही उनके अंदर नेतृत्व की भावना और समाज के लिए कुछ करने की इच्छा रही थी। जब से लेशी ने होश संभाला, वे तब से सामाजिक कामों में एक्टिव रही और ग्रामीण लोगों की समस्याओं को हमेशा सुनती है और हल निकालने की कोशिश करती हैं।


राजनीति में कब रखा कदम


वर्ष 1995 में लेशी सिंह ने राजनीति में पहला कदम रखा था। वहीं, साल 2000 में वो पहली बार धमदाहा विधानसभा से विधायक चुनी गई है। इसी दौरान उनका पॉलिटिकल करियर शुरू हुआ है। लेशी सिंह जब व‍िधायक बनीं, तो उसी के कुछ महीने बाद ही उनके पत‍ि की हत्‍या कर दी गई। इतना बड़ा दुख मिलने के बाद उन्होंने हार नहीं मानी। उनके लिए यह सब आसान बिल्कुल भी नहीं था। फिर भी उन्‍होंने खुद को संभाला और पूरी ताकत से अपने क्षेत्र के लोगों के काम के लिए लगी रही।


लगातार जीत कर अपनी पहचान बनाई


- फरवरी 2005 में फिर से विधायक चुनी गई है।


- हालांकि, 2005 के अक्टूबर चुनाव में हार का सामना करना पड़ा, लेकिन ये हार भी उनके हौसले को कम नहीं कर सकी।


- 2010, 2015 और 2020 में लगातार जीत हासिल की।


- 2025 में धमदाहा से छठी बार विजयी हुई।


महिला आयोग से लेकर पार्टी में निभाई मुख्य भूमिका


साल 2007 में राजनीति में उनकी मजबूत पकड़ और संगठन के प्रति उनकी निष्ठा को देखते हुए नीतीश कुमार (बिहार के मुख्यमंत्री) ने उन्हें बिहार महिला आयोग की अध्यक्ष नियुक्त किया। अपने कार्यकाल के दौरान वे पूरे राज्य में महिलाओं से जुड़े मुद्दों की मुखर प्रतिनिधि बनीं। इससे पहले भी वे पार्टी की महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश अध्यक्ष, प्रदेश महासचिव और राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य जैसी महत्वपूर्ण जिम्मेदारियाँ निभा चुकी थीं। इन सभी भूमिकाओं ने उन्हें बिहार में एक पहचानी-पहचानी और भरोसेमंद नेता के रूप में स्थापित किया।


मंत्री के रुप में कैसा रहा राजनैतिक सफर


- 11 मार्च 2014- उद्योग विभाग की मंत्री

 

- 21 मार्च 2014- समाज कल्याण, आपदा और उद्योग विभाग की मंत्री

 

- फरवरी 2015- समाज कल्याण, आपदा और उद्योग विभाग की मंत्री

 

- 9 फरवरी 2021- खाद्य और उपभोक्ता संरक्षण मंत्री

 

- 16 अगस्त 2022- खाद्य और उपभोक्ता संरक्षण मंत्री

 

- 16 मार्च 2024- फ‍िर से खाद्य और उपभोक्ता संरक्षण मंत्री

 

- 20 नवंबर 2025- एक बार फिर से मंत्री पद की शपथ