Bihar Lok Sabha Chunav 2024: नीतीश का साथ पाकर बिहार में मजबूत हुई NDA, जानिए कैसे पार पाएगा INDIA गठबंधन

LSChunav     Apr 01, 2024
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Bihar Lok Sabha Chunav 2024: नीतीश का साथ पाकर बिहार में मजबूत हुई NDA, जानिए कैसे पार पाएगा INDIA गठबंधन

हांलाकि लोकसभा चुनाव के मामले में बिहार काफी महत्वपूर्ण राज्य है। बिहार एक ऐसा राज्य है, जो किसी भी समय आम चुनाव का रुख पलट सकता है। साल 2019 के लोकसभा चुनाव में बिहार में एनडीए ने शानदार जीत हासिल की थी।

लोकसभा चुनावों का ऐलान हो चुका है। देशभर में इस बार 7 चरणों में मतदान होगा। बता दें कि 19 अप्रैल से लेकर 01 जून तक वोटिंग होगी और 4 जून 2024 को नतीजे आएंगे। बिहार में भी पहले की तरह 7 चरणों में वोट डाले जाएंगे। हांलाकि लोकसभा चुनाव के मामले में बिहार काफी महत्वपूर्ण राज्य है। बिहार एक ऐसा राज्य है, जो किसी भी समय आम चुनाव का रुख पलट सकता है। लोकसभा सीटों के लिहाज से बिहार देश का चौथा सबसे बड़ा राज्य है। उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल के बाद बिहार में सबसे ज्यादा लोकसभा सीटें हैं। 


लोकसभा सीटें

बिहार में लोकसभा की 40 सीटें हैं। साल 2019 के आम चुनाव में 40 में से 34 सीटें अनारक्षित थीं। वहीं 6 सीटें आरक्षित थीं। बता दें कि इन 6 आरक्षित सीटों में समस्तीपुर, हाजीपुर, सासाराम, गोपालगंज, गया और जमुई शामिल है।


लोकसभा चुनाव 2019

बता दें कि साल 2019 के लोकसभा चुनाव में बिहार में एनडीए ने शानदार जीत हासिल की थी। NDA गठबंधन ने बिहार की 40 में से 39 सीटों पर जीत हासिल की थी। वहीं महागठबंधन के खाते में सिर्फ एक सीट आई थी। कांग्रेस उम्मीदवार मो. जावेद किशनगंज से चुनाव जीतने में सफल रहे थे। पिछले चुनाव में बिहार में बीजेपी, जेडीयू और एलजेपी का गठबंधन था।


लोकसभा चुनाव 2024

इस साल यानी की साल 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा, जेडीयू और एलजेपी के अलावा जीतनराम मांझी की पार्टी हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा भी NDA का हिस्सा है। वहीं लोकसभा चुनाव से ठीक पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार महागठबंधन का दामन छोड़कर एक बार फिर एनडीए में शामिल हो गए हैं। नीतीश की वापसी से NDA को मजबूती मिली है। वहीं महागठबंधन के लिए नीतीश का जाना किसी बड़े झटके से कम नहीं है।


कांग्रेस-RJD औऱ लेफ्ट

बिहार की 40 लोकसभा सीटों पर इंडिया गठबंधन के बीच सीट शेयरिंग का फॉर्मूला पूरी तरह से फाइनल हो चुका है। बता दें कि कांग्रेस, आरजेडी और लेफ्ट के बीच यह फॉर्मूला तय हुआ है। इनमें कांग्रेस पार्टी को 9 सीटें देने पर सहमति बनी हैं। महागठबंधन के विभिन्न दलों के बीच फिलहाल एकजुटता का संदेश देने का प्रयास किया गया है।


AIMIM

वहीं ओवैसी की पार्टी AIMIM ने सीमांचल की चार लोकसभा सीटों- किशनगंज, पूर्णिया, कटिहार और अररिया के साथ ही भागलपुर, काराकाट, बक्सर, दरभंगा, गया, मुजफ्फरपुर, उजियारपुर, पाटलिपुत्र, समस्तीपुर, सीतमाढ़ी और वाल्मीकिनगर से भी चुनाव लड़ने की घोषणा की है। इनमें से पूर्णिया, कटिहार, किशनगंज, सीतमढ़ी और वाल्मीकिनगर से राजग की तरफ से जदयू के उम्मीदवार हैं।