Loksabha Election: उत्तर प्रदेश में बढ़े NRI Voter,लेकिन मतदान नहीं, सबसे ज्यादा अप्रवासी मतदाताओं का इजाफा हुआ है

LSChunav     Apr 22, 2024
शेयर करें:   
Loksabha Election: उत्तर प्रदेश में बढ़े NRI Voter,लेकिन मतदान नहीं, सबसे ज्यादा अप्रवासी मतदाताओं का इजाफा हुआ है

साल 2014 के लोकसभा चुनाव में NRI की तुलना में पिछले लोकसभा चुनाव वोटरों की संख्या देशभर में बढ़ी है। बता दें कि, 2014 में सिर्फ 13 हजार एनआरआई वोटर थे, हालांकि महज 8 लोगों ने ही वोट डाला था। जानिए कितने राज्यों में एनआरआई वोटर और यूपी में बढ़े अप्रवासी वोटर।

अप्रवासी भारतीय यानी एनआरआई विदेश में पैसा कमाकर भारत में भेजते हैं, लेकिन वोट देने के मामले में काफी पीछे हैं।  दरअसल, 10 वर्षों में वोटर में तब्दील एनआरआई की संख्या में तेजी आई है। इस मामले केरल सबसे आगे है। एनआरआई वोटरों की संख्या यूपी में काफी कम है, फिर भी दस वर्षों में संख्या 244 गुना बढ़ी है। बात करें तो साल 2014 के लोकसभा चुनाव में एनआरआई की तुलना में पिछले लोकसभा चुनाव में वोटरों की संख्या देशभर में अप्रत्याशित रुप से बढ़ी है। कि, 2014 में सिर्फ 13 हजार एनआरआई वोटर थे,हालांकि महज 8 लोगों ने ही वोट डाला था। साल 2019 में ये संख्या बढ़कर 99,844 हो गई। इनमें से 25,606 लोगों ने वोट डाला। वहीं बात करें केरल की तो वहां 2014 में अकेले केरल में अप्रवासी वोटरों की संख्या करीब 96 फीसदी थी। शेष चार फीसदी में पूरा देश था।

यूपी में बढ़े अप्रवासी वोटर

यूपी में अप्रवासी वोटर 2014 सिर्फ एक था, जो 2019 में बढ़कर 244 हो गए। बता दें कि, यूपी में देशभर में सबसे ज्यादा है। पिछले चुनाव में ये संख्या बढ़कर 244 हो गई। इसमें से 190 पुरुष और 54 महिलाएं हैं। लेकिन, कुल 6 अप्रवासी भारतीय वोट डालने विदेश से उत्तर प्रदेश आए थे। 

कितने राज्यों में एनआरआई वोटर 

साल 2014 में 17 राज्यों में एनआरआई वोटर थे। इनमें 12,234 पुरुष और 804 महिलाएं थीं। हालांकि, केवल 8 लोगों ने ही मताधिकार का इस्तेमाल किया था। दिलचस्प तथ्य यह भी है कि 13,039 कुल एनआरआई वोटरों में से अकेले केरल के 12,585 थे। जो शेष 454 पूरे भारत से थे, वहीं पिछली लोकसभा चुनाव में 25 राज्यों में एनआरआई वोटर हो गए। कुल संख्या भी 99,844 हो गई। इसमें 87,651 केरल के हैं। हालांकि, अन्य राज्यों में एनआरआई वोटर 454 से 12 हजार हो गए।