Tamil Nadu में दही पर शुरू हुई सियासत, FSSAI की जारी एडवाइजरी पर मचा बवाल, जानें पूरा मामला

अनन्या मिश्रा     Mar 31, 2023
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Tamil Nadu में दही पर शुरू हुई सियासत, FSSAI की जारी एडवाइजरी पर मचा बवाल, जानें पूरा मामला

FSSAI द्वारा दही के नाम को लेकर जारी निर्देशों के बाद तमिलनाडु में जमकर विरोध शुरू हो गया था। वहीं बीजेपी की राज्य इकाई ने भी इस अधिसूचना का विरोध किया था। वहीं द्रमुक सरकार का कहना था कि जबरन हिंदी भाषा लोगों पर थोपी जा रही है।

इन दिनों तमिलनाडू में दही पर सियासत हो रही है। बता दें कि दही को लेकर उठे विवाद के बीच भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के अन्नामलाई हिंदी के विरोध में नजर आए। अन्नामलाई ने बीते गुरुवार को एफएसएसएआई द्वारा पैकेट से दही शब्द हटाने के फैसले का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि वह तमिलनाडु बीजेपी की तरफ से FSSAI की नई अधिसूचना का स्वागत करते हैं। FSSAI की ओर से जारी की गई अधिसूचना को वापस लिए जाने पर अन्नामलाई ने कहा कि वह अनुरोध पर विचार करने और राज्य संचालित सहकारी दुग्ध समितियों को दही के पैकेट पर दही की जगह क्षेत्रीय भाषा के इस्तेमाल की अनुमति का आभार जताते हैं।


FSSAI ने किया बदलाव

तमिलनाडु व कर्नाटक में राजनीतिक विवाद के बीच दही के पैकेट के लेबल को लेकर शुरू हुए विवाद पर विराम लगा दिया। FSSAI ने बीते गुरुवार को अपने आदेश में संशोधन कर दिया है। FSSAI ने दही के पैकेट के लेबल में क्षेत्रीय नामों के इस्तेमाल की अनुमति दे दी। FSSAI द्वारा दिए गए बयान में कहा गया कि खाद्य कारोबार परिचालकों यानि की FBO को पैकेट के लेबल पर किसी अन्य प्रचलित क्षेत्रीय सामान्य नाम के साथ 'दही' शब्द का उपयोग करने की अनुमति है। जैसे हिंदी में पैकेट पर दही, तमिल में दही (थायिर), तेलगु में दही (पेरुगु) आदि का इस्तेमाल किया जा सकेगा।


ये हैं पूरा मामला

आपको बता दें कि FSSAI ने 10 मार्च को कर्नाटक और तमिलनाडु में स्थित दुग्ध सहकारी समितियों और निजी डेयरी को कुछ निर्देश जारी किए थे। जिसमें क्षेत्रीय नामों के साथ 'दही' शब्द का उपयोग करने के लिए कहा गया था। FSSAI द्वारा जारी किए गए इन निर्देशों के बाद तमिलनाडु और कर्नाटक में विवाद शुरू हो गया था। तमिलनाडु में द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) सरकार और कर्नाटक में विपक्षी जनता दल ने इस फैसले की निंदा की थी। साथ ही जबरन हिंदी थोपे जाने का आरोप भी लगाया था।