प्रशांत किशोर का राघोपुर से सियासी शंखनाद, तेजस्वी के गढ़ में मचा भूचाल!

प्रशांत किशोर ने राघोपुर से जन सुराज के चुनावी अभियान का शंखनाद करते हुए तेजस्वी यादव को सीधी चुनौती दी। उन्होंने दावा किया कि उनके राघोपुर से चुनाव लड़ने की चर्चा मात्र से तेजस्वी दूसरी सीट तलाश रहे हैं, और अगर वे स्वयं वहां से उतरे तो तेजस्वी को 'भागना पड़ेगा', जिससे बिहार की राजनीति में हलचल तेज हो गई है।
नवंबर में बिहार विधानसभा के चुनाव होने वाले है, जिसको लेकर राज्य में काफी तैयारिया शुरु हो चुकी है। बिहार की राजनैतिक पार्टियां भी रैली व पदयात्रा करना शुरु कर दिया। इस समय चुनाव प्रचार जोरो-शोरो पर है। खासतौर पर बिहार में सबसे पहले प्रत्याशियों की लिस्ट जारी करने के बाद अब प्रशांत किशोर शनिवार को राघोपुर से जन सुराज पार्टी के चुनावी अभियान की शुरुआत कर रहे हैं। चुनावी अभियान से निकालने से पहले पटना में उन्होंने मीडिया से कहा कि राघोपुर से मेरे चुनाव लड़ने की चर्चा मात्र से तेजस्वी यादव दूसरी सीट की तलाश करने लगे हैं। हार का ऐसा भय है। अगर मैं स्वयं राघोपुर में उतर गया तो फिर तेजस्वी को वहां से भागना ही पड़ेगा। प्रशांत किशोर ने अपने राघोपुर दौरे पर कहा, "मैं राघोपुर जा रहा हूं... अभी सीट पर फैसला करना है। कल होने वाली केंद्रीय समिति की बैठक से पहले मैं वहां लोगों से मिलूंगा और उनकी राय जानूंगा। कल राघोपुर और अन्य सीटों पर फैसला लिया जाएगा। राघोपुर की जनता जो भी फैसला करेगी, वही होगा।
दो सीटों पर तेजस्वी यादव को चुनाव लड़ना है
प्रशांत किशोर ने तेजस्वी यादव पर कटाक्ष करते हुए कहा कि अगर मैं राघोपुर से चुनाव लड़ता हूं तो तेजस्वी यादव को दो सीटों से चुनाव लड़ना पड़ेगा। उन्हें भी वही स्थिति का सामना करना पड़ेगा जो राहुल गांधी को अमेठी में करना पड़ा था।
यह मेरा प्रभाव नहीं है- प्रशांत किशोर
जब प्रशांत किशोर से भोजपुरी सिंगर-अभिनेता और भाजपा नेता पवन सिंह के बिहार विधानसभा चुनाव न लड़ने के स्पष्टीकरण पर पूछा गया तो उन्होंने कहा कि- "यह मेरा 'प्रभाव' नहीं है।
प्रशांत किशोर ने एनडीए के नेताओं को ललकारा
इतना ही नहीं,पीके ने कहा चार लोग- सम्राट चौधरी, मंगल पांडे, दिलीप जायसवाल, जिनमें अशोक चौधरी भी शामिल हैं, जिन्होंने मुझे अदालत में चुनौती दी और कहा कि वह अब जनता की अदालत में जाएंगे, अब मैं चाहता हूं कि वे घोषणा करें कि वे कहां से चुनाव लड़ेंगे.... पवन सिंह मेरे दोस्त हैं, चाहे वह कही भी हो। उन्होंने आगे कहा कि पवन सिंह के पारिवारिक मामले से मेरा कोई लेना-देना नहीं है। मैं उनकी पत्नी से कल मिला था, लेकिन यह राजनीतिक कारणों से नहीं था। पवन सिंह मुझसे क्यों डरेंगे? मेरी उनसे कोई दुश्मनी नहीं है; मैं उनका दोस्त हूं... केवल तेजस्वी यादव, जिन्हें राघोपुर के लोगों ने वोट दिया था - उन्होंने उनके माता-पिता को सीएम बनाया, और उन्हें डिप्टी सीएम बनाया। अब, वहां के लोग मुश्किल में हैं, लेकिन तेजस्वी को इसकी परवाह नहीं है।