Lok Sabha Election 2024: दमन-दीव से चुनाव मैदान में उतर सकती हैं प्रियंका गांधी, जानिए इन दावों में कितनी सच्चाई

अनन्या मिश्रा     Mar 05, 2024
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Lok Sabha Election 2024: दमन-दीव से चुनाव मैदान में उतर सकती हैं प्रियंका गांधी, जानिए इन दावों में कितनी सच्चाई

कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा द्वारा 2024 लोकसभा चुनाव लड़ने की चर्चा की जा रही है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक केंद्रशासित प्रदेश दमन और दीव से प्रियंका गांधी चुनाव लड़ सकती हैं। दमन और दीव के कांग्रेस प्रभारी केतन पटेल ने इस बात की जानकारी दी है।

लोकसभा चुनाव 2024 के लिए सभी राजनैतिक पार्टियों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। इसी बीच कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा द्वारा 2024 लोकसभा चुनाव लड़ने की चर्चा की जा रही है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक केंद्रशासित प्रदेश दमन और दीव से प्रियंका गांधी चुनाव लड़ सकती हैं। बता दें कि खुद दमन और दीव के कांग्रेस प्रभारी केतन पटेल ने इस बात की जानकारी दी है। हांलाकि प्रियंका गांधी ने केंद्रशासित प्रदेश से चुनाव लड़े जाने की संभावना से इंकार किया है।


दमन एवं दीव के कांग्रेस चीफ केतन पटेल ने जानकारी देते हुए बताया कि दमन और दीव से प्रियंका गांधी चुनाव लड़ सकती हैं। साथ ही वह इस प्रस्ताव का स्वागत करते हैं। वहीं उन्होंने बताया कि कांग्रेस आलाकमान ने उनको कुछ डेटा एकत्र करने के लिए कहा है। हांलाकि इस बारे में पार्टी का फैसला आखिरी होगा। केतन पटेल ने आगे बताया कि यहां से प्रियंका गांधी के उम्मीदवार बनने से दक्षिण गुजरात की सीटों पर पार्टी को फायदा मिलेगा। जिससे सौराष्ट्र में भी कांग्रेस को फायदा मिलेगा। ऐसे में अभी तक यही तय लग रहा है कि प्रियंका गांधी यहां से चुनाव लड़ सकती हैं। 


बता दें कि प्रियंका गांधी के रायबरेली से भी चुनाव लड़ने की चर्चा हो रही है। एक रिपोर्ट के मुताबिक पूरे शहर में प्रियंका गांधी के पोस्टर्स नजर आ रहे हैं। वहीं दिल्ली यूनिवर्सिटी स्टूडेंट यूनियन के पूर्व नेता हृऋभ राघवेंद्र वायपेयी यह पोस्टर्स लगवाए जा रहे हैं, जिनमें यह लिखा है कि 'रायबरेली की यही पुकार, प्रियंका गांधी अबकी बार।' तो वहीं स्थानीय लोगों के बीच भी यही चर्चा है कि प्रियंका गांधी रायबरेली से चुनाव लड़ सकती हैं।


हाल ही में सोनिया गांधी ने यह ऐलान किया था कि वह रायबरेली से चुनाव नहीं लड़ेंगी। वहीं अमेठी और रायबरेली कांग्रेस का गढ़ माना जाता है। ऐसे में सोनिया गांधी के यहां से चुनाव नहीं लड़ने की स्थिति में कांग्रेस पार्टी इस सीट से किसी नए उम्मीदवार को उतार सकती है।