Red Fort Blast: दिल्ली में पहला फिदायीन हमला, DNA टेस्ट से फिर लिखा जाएगा टेरर अटैक का नया इतिहास

दिव्यांशी भदौरिया     Nov 12, 2025
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Red Fort Blast: दिल्ली में पहला फिदायीन हमला, DNA टेस्ट से फिर लिखा जाएगा टेरर अटैक का नया इतिहास

लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए विस्फोट मामले में इस्तेमाल की गई I-20 कार से जुड़ा एक सीसीटीवी फुटेज सामने आया है। इसमें काला मास्क पहने डॉ. मोहम्मद उमर नजर आ रहा है। इस घटना के बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस ने उमर के परिवार के सदस्यों को हिरासत में लिया है।

10 नवंबर (सोमवार) को लाला किला मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर-1 के पास शाम को करीब 6.52 बजे हुए ब्लास्ट में जिस सफेद I-20 कार इस्तेमाल हुआ है, इस कार से जुड़े तीन सीसीटीवी के फुटेज सामने आए। सीसीटीवी फुटेज में मेट्रो स्ट्रेशन की पार्किंग से निकल रही कार में काला मास्क पहने एक शख्स बैठा हुआ है। जांच एजेंसियों का दावा है कि कार में बैठे शख्स डॉ. मोहम्मद उमर है, जो कि पुलवाम का रहने वाला बताया जा रहा है। इस पर सवाल उठता है कि उमर जिंदा है या मारा गया है? यदि यह मर गया है तो यह दिल्ली में पहला फिदायीन हमला है।

जब शव की पहचान करने को DNA टेस्ट के लिए जम्मू-कश्मीर पुलिस ने पुलवामा में उमर के माता पिता और दो भाईयों को हिरासत में लिया गया है। इसके अलावा, फरीदाबाद में 2900 किलोग्राम विस्फोट मटेरियल पकड़ा गया। अभी तक जम्मू-कश्मीर पुलिस ने दो कश्मीरी डॉक्टरों की गिरफ्तारी से इंटर-स्टेट और इंटरनेशनल टेरर मॉड्यूल को परदाफाश किया है।

आतंकी संगठन JeM और AGuH से जुड़े डॉक्टर

पुलिस ने अनंतनाग के डॉ. आदिल अहमद और फरीदाबाद के डॉ. मुजम्मिल अहमद गनी को गिरफ्तार किया है। जांच में पता चला है कि दोनों प्रतिबंधित आतंकी संगठनों जैश-ए-मोहम्मद (JeM) और अंसार गजवत-उल-हिंद (AGuH) से जुड़े हुए हैं। वहीं, इन दोनों की गिरफ्तारी के बाद डॉ. उमर मौके से फरार हो गया। मामले में आतंकी साजिश के पहलू को ध्यान में रखते हुए गृह मंत्रालय ने दिल्ली ब्लास्ट की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को सौंप दी है।

जमात-उल-मोमीनात की कमांडर डॉ.शाहीन

इतना ही नहीं, इस मामले में अभी तक हरियाणा के फरीदाबाद से लखनऊ की एक महिला डॉ. शाहीन शाहिद की गिरफ्तारी हो गई है। इसकी कार से AK-47 मिली थी। सूत्रों का कहना है कि डॉ. शाहीन पाक आंतकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के चीफ मसूद अजहर की बहन सादिया अजहर से जुड़ी थी, जिसमें सादिया ने शाहीन को कथित रूप से जैश-ए-मोहम्मद की भारत में महिला विंग 'जमात-उल-मोमीनात' का कमांडर बनाया था। जिसको जिम्मेदारी मिली है कि भारत में अधिक से अधिक महिलाओं को इस आंतकवादी संगठन में भर्ती करने की थी। बता दें कि, सादिया के पति युसुफ अजहर समेत परिवार के 10 सदस्य पहलगाम में हुए टेरर अटैक के बाद भारत के ऑपरेशन सिंदूर में मारे गए थे।