Jharkhand Security: झारखंड में छात्राओं-महिला कर्मियों की सुरक्षा के कड़े इंतजाम, गाइडलाइन पर मांगे गए सुझाव

LSChunav     Jan 03, 2024
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Jharkhand Security: झारखंड में छात्राओं-महिला कर्मियों की सुरक्षा के कड़े इंतजाम, गाइडलाइन पर मांगे गए सुझाव

झारखंड में कॉलेजों तथा विश्वविद्यालयों को छात्राओं एवं महिला कर्मियों को सुरक्षा देने के लिए अहम कदम उठाए गए हैं। छात्राओं और महिला कर्मियों की सुरक्षा के लिए महिला गार्ड रखी जाएंगी। वहीं महिला सुरक्षा गार्ड की तैनाती मुख्य द्वार पर भी करनी होगी।

झारखंड में कॉलेजों तथा विश्वविद्यालयों को छात्राओं एवं महिला कर्मियों को सुरक्षा देने के लिए अहम कदम उठाए गए हैं। छात्राओं और महिला कर्मियों की सुरक्षा के लिए महिला गार्ड रखी जाएंगी। वहीं महिला सुरक्षा गार्ड की तैनाती मुख्य द्वार पर भी करनी होगी। इसके साथ ही मुख्य द्वार के अलावा अन्य अहम जगहों को सीसीटीवी कैमरे से लैस किया जाएगा। उच्च शिक्षण संस्थानों में छात्राओं तथा महिला कर्मियों की सुरक्षा के लिए उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग ने गाइडलाइन लागू करने का फैसला लिया गया। इसका ड्राफ्ट भी तैयार कर लिया गया है। इस पर लोगों से सुझाव व आपत्तियां भी मांगी गई हैं।


उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग द्वारा जारी इस गाइडलाइन के मुताबिक सभी छात्र-छात्राओं, शिक्षकों व कर्मियों को फोटो पहचान पत्र दिया जाएगा। जिसको पहनना पूर्ण रूप से अनिवार्य होगा। इस फैसले से बाहरी लोगों की पहचान होने के साथ छात्राओं को महिला कर्मियों की सुरक्षा भी हो सकेगी। वहीं गेट पर आने वाले लोगों का रजिस्ट्रेशन अनिवार्य होगा। सुरक्षा के लिहाज से हर साल कॉलेजों और विश्वविद्यालयों को जेंडर आडिट रिपोर्ट तैयार करना होगा। इस ऑडिट रिपोर्ट में छात्राओं की शिकायत और कार्रवाई का भी लेखाजोखा होगा।


इसके साथ ही इस ऑडिट रिपोर्ट में छात्राओं की सुरक्षा को लेकर उठाए गए कदम की भी जानकारी देनी होगी। छात्राओं की सुरक्षा के लिए कॉलेजों एवं विश्वविद्यालयों द्वारा हैंडबुक भी तैयार किया जाएगा। फिर इसको वेबसाइट पर अपलोड किया जाएगा। संस्थानों को इमरजेंसी नोटिफिकेशन सिस्टम भी लागू करना होगा। जिससे कि किसी भी तरह की आपात स्थिति होने पर ईमेल, टेलीफोन आदि के माध्यम से समय से जानकारी दी जा सके।


गाडडलाइन में यूजीसी द्वारा निर्देशित उन सभी प्रविधानों को शामिल किया गया है। जो छात्राओं की सुरक्षा के लिए पहले जारी किए गए हैं। इसमें विश्वविद्यालय और कॉलेजों में वीमेंस सेंटर की स्थापना भी शामिल है। जिसमें महिलाकर्मी या कोई छात्रा अपने बच्चे आदि की भी देखभाल कर सके।