MP Chunav 2023: MP विधानसभा चुनाव में बेरोजगारी बना बड़ा मुद्दा, युवा वोटरों का गुस्सा पड़ सकता है भारी

अनन्या मिश्रा     Nov 06, 2023
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MP Chunav 2023: MP विधानसभा चुनाव में बेरोजगारी बना बड़ा मुद्दा, युवा वोटरों का गुस्सा पड़ सकता है भारी

मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। जहां राज्य में बीजेपी की सरकार है, तो ऐसे में कांग्रेस और बीजेपी पूरी कोशिश में जुटी है कि उनकी पार्टी की जीत हो। हांलाकि एमपी में बेरोजगारी का मुद्दा काफी अहम है। एमपी में 5 लाख 46 हजार बेरोजगारों की संख्या बढ़ गई है।

मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। जहां राज्य में बीजेपी की सरकार है, तो ऐसे में कांग्रेस और बीजेपी पूरी कोशिश में जुटी है कि उनकी पार्टी की जीत हो। दोनों ही पार्टियों ने अपनी-अपनी चुनावी रणनीति के साथ मैदान में उतरी हैं। बता दें कि मध्य प्रदेश में पिछले पांच साल में रोजगार एक बड़ा मुद्दा बन कर सामने आया है। वहीं यहां पर भर्ती परीक्षाओं का इतिहास हमेशा से विवादों में घिरा रहा है। 


बता दें कि साल 2023 के जनवरी महीने में पटवारी भर्ती निकाली गई थी। इस भर्ती के लिए युवाओं ने मार्च के महीने में एग्जाम दिया था। लेकिन जून में जारी हुए रिजल्ट ने सभी को चौंका दिया था। ऐसा इसलिए क्योंकि इस परीक्षा में टॉप करने वाले 10 छात्रों में 7 छात्रों का एग्जाम एक ही सेंटर पर हुआ था। इसके बाद जब एग्जाम बोर्ड की तरफ से टॉपर की सूची जारी की गई। तो यह आरोप लगाया गया कि 10 में से 7 छात्रों ने एक ही सेंटर ग्वालियर के एनआरआई इंजीनियरिंग कॉलेज में परीक्षा दी थी। 


इससे पहले यानी की पटवारी भर्ती परीक्षा से पहले कृषि विस्तार अधिकारी परीक्षा भी विवादों में रही थी। इस परीक्षा में कई अभ्यर्थियों को 190 या फिर उससे ज्यादा व आसपास अंक मिले थे। जिसके बाद कृषि विकास अधिकारी और ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी परीक्षा को रद्द कर दिया गया। यही हाल नर्स के पदों पर भर्ती के लिए आयोजित MPNHM परीक्षा के पेपर को भी लीक होने के बाद कैंसिल कर दिया गया था। स्‍टाफ नर्स 2284 पदों पर 45,000 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी थी।


बेरोजगारी है अहम मुद्दा

पिछले एक साल के आंकड़ों पर नजर डालें तो एमपी में 5 लाख 46 हजार बेरोजगारों की संख्या बढ़ गई है। यह आंकड़ा अपने आप में काफी चौंकाने वाला है। हांलाकि शिवराज सरकार की तरफ से लगातार रोजगार दिए जाने का दावा किया जाता रहा है। लेकिन हकीकत पर नजर डालें तो एमपी में प्रतिदिन 1,495 बेरोजगारों की संख्या बढ़ रही है। वहीं सरकार की ओर से इतनी बड़ी संख्या में रोजगार के साधन उपलब्ध कराया जाना नामुमकिन दिखाई दे रहा है।


मध्य प्रदेश में अगर बेरोजगारी की बात की जाए तो यहां पर 24,77,000 बेरोजगार सूचीबद्ध हैं। जिसमें पिछले साल के 5,46,000 बेरोजगारों के आंकड़ों को जोड़ दिया जाए तो यह संख्या 30 लाख 23,000 के पास पहुंच जाएगी। बता दें कि मई से अगस्त 2022 तक मध्यप्रदेश में बेरोजगारी दर 3.52% रही। जिनमें पुरुषों में बेरोजगारी दर 3.48% और महिलाओं में बेरोजगारी दर 4.91% है।


जानिए एमपी के युवा कितने असरदार

आपको बता दें कि साल 2018 में मध्यप्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव में मतदान करने वालों की संख्या 05.07 करोड़ थी। लेकिन साल 2023 में यह संख्या 5.40 करोड़ पहुंच गई है। वहीं पहली बार वोट डालने वाले युवाओं की संख्या 30 लाख से भी अधिक है।