Jammu and Kashmir Lok Sabha Election: जम्मू-कश्मीर में उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती जैसे दिग्गजों को मिली शिकस्त
जम्मू-कश्मीर में भाजपा के खाते में 2 और नेशनल कॉन्फ्रेंस को 3 सीटें मिलती दिख रही हैं। जम्मू और उधमपुर लोकसभा सीटों पर बीजेपी उम्मीदवारों की जीत हुई है। वहीं यहां पर कई दिग्गजों को शिकस्त मिली है।
जम्मू-कश्मीर में भाजपा के खाते में 2 और नेशनल कॉन्फ्रेंस को 3 सीटें मिलती दिख रही हैं। जम्मू और उधमपुर लोकसभा सीटों पर बीजेपी उम्मीदवारों की जीत हुई है। बता दें कि जम्मू सीट पर जुगल किशोर शर्मा और उधमपुर सीट पर डॉ. जितेंद्र सिंह तीसरी बार जीत हासिल करने जा रहे है। ऐसे में न सिर्फ सियासी दलों बल्कि मतदाताओं की निगाहें भी 18वीं लोकसभा चुनाव के नतीजों पर टिकी हैं।
जम्मू सीट
आपको बता दें कि जम्मू लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी करीब 1.30 लाख वोटों की लीड लेकर आगे चल रहे हैं। जिससे बाद उनकी जीत पक्की हो गई है। जुगल ने शुरूआत से लीड ली हुई थी। अब तक हुई मतगणना में जुगल को 6.70 लाख से ज्यादा वोट मिल चुके हैं। वहीं कांग्रेस उम्मीदवार रमन भल्ला को सिर्फ 5.40 लाख वोट मिले हैं।
बारामूला सीट
इसके अलावा जम्मू-कश्मीर की बारामूला लोकसभा सीट से उमर अब्दुल्ला ने अपनी हार स्वीकार कर ली है। उन्होंने सोशल मीडिया पोस्ट पर निर्दलीय प्रत्याशी अब्दुल रशीद शेख को जीत की बधाई देते हुए कहा कि प्रतिद्वंद्वी की जीत इस बात का यकीन नहीं है कि वह जल्द जेल से बाहर आएंगे और न ही उत्तरी कश्मीर के लोगों को उनका प्रतिनिधित्व मिल पाएगा। लेकिन अपने मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर अपनी बात रखी, यह लोकतंत्र में अधिक मायने रखती है।
उधमपुर सीट
उधमपुर लोकसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी जितेंद्र सिंह लगातार तीसरी बार जीत हासिल कर रहे हैं। बता दें कि इस सीट से जितेंद्र सिंह 1.20 लाख वोटों की लीड लेकर आगे चल रहे हैं। ऐसे में उनकी इस सीट से जीत तय मानी जा रही है। बता दें कि इस सीट पर वह 5.6 लाख से अधिक वोट प्राप्त कर चुके हैं। वहीं कांग्रेस प्रत्याशी चौधरी लाल सिंह को इस सीट से 4.36 लाख वोट मिले हैं।
अनंतनाग-राजौरी सीट
जम्मू-कश्मीर की पांचों लोकसभा सीट पर वोटों की गिनती जारी है। राज्य की अनंतनाग लोकसभा सीट से एनसी प्रत्याशी मियां अल्ताफ अहमद और महबूबा मुफ्ती के बीच वोटों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। जारी रुझानों के मुताबिक एनसी नेता मिया अल्ताफ अहमद को 4,82,123 वोटों से आगे हैं, तो वहीं महबूबा को सिर्फ 2,27,492 वोट मिले हैं। वहीं महबूबा ने अपनी हार स्वीकार करते हुए एनसी नेता को जीत की बधाई दी है।
प्रदेश से धारा 370 हटाए जाने के बाद लोकसभा चुनाव 2024 को काफी ज्यादा अहम माना जा रहा है। प्रदेश में PDP, नॅशनल कांफ्रेंस और जम्मू कश्मीर अपनी पार्टी और बीजेपी प्रत्याशी अपनी-अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। वहीं भाजपा को चुनौती देने के लिए INDIA ब्लॉक, जेकेएनसी, गुलाम नबी आजाद और अन्य क्षेत्रीय दलों के बीच त्रिकोणीय गठबंधन सक्रिय रूप से काम कर रहा है। भाजपा ने श्रीनगर, अनंतनाग-राजौरी और बारामूला लोकसभा सीटों पर अपने प्रत्याशी नहीं उतारे हैं।