Hyderabad Lok Sabha Seat: हैदराबाद में किसका पलड़ा भारी, ओवैसी-माधवी लता और मो. वलीउल्लाह समीर के बीच मुकाबला

LSChunav     Apr 29, 2024
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Hyderabad Lok Sabha Seat: हैदराबाद में किसका पलड़ा भारी, ओवैसी-माधवी लता और मो. वलीउल्लाह समीर के बीच मुकाबला

हैदराबाद सीट से मुख्य मुकाबला मौजूदा सांसद ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के असदुद्दीन ओवैसी और भाजपा प्रत्याशी माधवी लता के बीच माना जा रहा है। वहीं कांग्रेस ने इस सीट से मोहम्मद वलीउल्लाह समीर को टिकट दिया है।

तेलंगाना की हैदराबाद सीट पर इस समय हाई वोल्टेज चुनावी लड़ाई देखी जा रही है। हैदराबाद सीट से मुख्य मुकाबला मौजूदा सांसद ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के असदुद्दीन ओवैसी और भाजपा प्रत्याशी माधवी लता के बीच माना जा रहा है। वहीं कांग्रेस ने इस सीट से मोहम्मद वलीउल्लाह समीर को टिकट दिया है।

 

आपको बता दें कि हैदराबाद में लोकसभा चुनाव के लिए 13 मई को मतदान होना है। इस सीट दो मुस्लिम उम्मीदवारों और भाजपा की माधवी लता के साथ हैदराबाद एक बेहद दिलचस्प चुनावी लड़ाई का गवाह बनने जा रहा है। क्योंकि भारतीय जनता पार्टी बार-बार यह दावा कर रही है कि वह चार बार के सांसद असदद्दीन ओवैसी को इस बार मात देने जा रही है।


AIMIM प्रत्याशी असदद्दीन ओवैसी

संसदीय चुनाव के परिणाम के आधार पर तेलंगाना की राजनीति कभी भी करवट ले सकती है। ऐसे में यह भी तय हो जाएगा कि 1591 में मुहम्मद कुली कुतुब शाह द्वारा बसाए गए हैदराबाद पर ओवैसी का कब्जा रहता है या फिर यह कब्जा खत्म हो जाएगा। आजादी के बाद से हैदराबाद के कुल 17 लोकसभा चुनावों में 10 बार ओवैसी परिवार जीत दर्ज करता आया है। जबकि 7 बार अन्य राजनीतिक दल के सदस्य को मौका मिला है। 


ओवैसी राजनीति में मंझे हुए राजनेता होने के साथ ही ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं। करीब 20 सालों तक ओवैसी के पिता और फिर उसके बाद ओसदद्दीन ओवैसी हैदराबाद से सांसद हैं। 


भाजपा प्रत्याशी माधवी लता

जहां एक ओर ओवैसी को राजनीति विरासत में मिली है, तो वहीं भाजपा प्रत्याशी माधवी लता का कोई राजनीतिक बैकग्राउंड नहीं है। साथ ही माधवी खुद भी सक्रिय राजनेता नहीं थी। वह हैदराबाद में सुर्खियों में तब आईं, जब तीन तलाक को खत्म करने के लिए माधवी ने मुस्लिम महिला समूहों के साथ सहयोग किया। इसके अलावा हैदराबाद में उनका विरिंची नामक अस्पताल भी है और वह इसकी चेयरपर्सन हैं। 


बता दें कि माधवी लता सोशल मीडिया पर काफी ज्यादा एक्टिव रहती हैं। इसके साथ ही वह हिंदू समर्थक छवि के कारण भी सुर्खियों में रहती हैं। भाजपा की तरफ से चुनावी मैदान में उतरी माधवी लता इस बार ओवैसी को हार का स्वाद चखाने के लिए तैयार हैं, ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि हैदराबाद में राजनीति का ऊंट किस करवट बैठता है। 


कांग्रेस प्रत्याशी मोहम्मद वलीउल्लाह समीर

वहीं कांग्रेस ने हैदराबाद लोकसभा सीट से मोहम्मद वलीउल्लाह समीर को चुनावी मैदान में उतारा है। तेलंगाना विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत ने पार्टी के आत्मविश्वास को मजबूत किया है। पार्टी को उम्मीद है कि तेलंगाना में जीत के बाद सूबे की राजधानी हैदराबाद सीट से भी उसे फायदा हो सकता है। बता दें कि वलीउल्लाह समीर मौजूदा समय में कांग्रेस की हैदराबाद जिला समिति के अध्यक्ष हैं। ऐसे में अब यह 04 जून को पता चलेगा कि कौन सा उम्मीदवार अपनी पार्टी की उम्मीदों पर खरा उतरता है।