क्या भाजपा और अखिलेश के बीच होगी कांटे की टक्कर ? इशारों-इशारों में कांग्रेस का CM उम्मीदवार भी तय

Priya Mishra     Jan 21, 2022
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क्या भाजपा और अखिलेश के बीच होगी कांटे की टक्कर ? इशारों-इशारों में कांग्रेस का CM उम्मीदवार भी तय

उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव 10 फरवरी से 7 मार्च के बीच सात चरणों में होने वाले हैं। इस बार चुनावों में ऐसे कई ऐसे मुद्दे हैं जो जनादेश को प्रभावित कर सकते हैं। जिसमें जातिगत समीकरण, पार्टी गठबंधन, विकास एजेंडा इत्यादि शामिल हैं। आइए जानते हैं कि राजनीतिक दलों में मुख्यमंत्री के दावेदार कौन-कौन हैं।

उत्तर प्रदेश में चुनावी ऐलान के साथ ही राजनीतिक दलों की सक्रियता भी बढ़ गई है। यूपी में सभी दल अपनी-अपनी दावेदारी ठोक रहे हैं। बता दे कि उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव 10 फरवरी से 7 मार्च के बीच सात चरणों में होने वाले हैं। इस बार चुनावों में ऐसे कई ऐसे मुद्दे हैं जो जनादेश को प्रभावित कर सकते हैं। जिसमें जातिगत समीकरण, पार्टी गठबंधन, विकास एजेंडा इत्यादि शामिल हैं। आइए जानते हैं कि राजनीतिक दलों में मुख्यमंत्री के दावेदार कौन-कौन हैं।

योगी आदित्यनाथ

उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ पार्टी भाजपा के योगी आदित्यनाथ सबसे मजबूत दावेदार हैं और वो मौजूदा मुख्यमंत्री भी हैं। योगी को यूपी का अगला सीएम चेहरा माना जा सकता है। योगी आदित्यनाथ, गोरखनाथ मठ के महंत हैं। योगी 1998 से 2017 तक लगातार पांच बार संसद सदस्य रहे। 2017 में भाजपा ने उन्हें मुख्यमंत्री चुनकर सभी को चौंका दिया था। सत्ता संभालने के बाद से योगी ने खुद को एक राष्ट्रीय नेता के रूप में स्थापित किया है। उत्तर प्रदेश में योगी को ठाकुरों का काफी सहयोग प्राप्त है। लखनऊ में पंचायत आजतक से बातचीत के दौरान योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि आगामी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में पार्टी का मुख्यमंत्री पद का चेहरा कौन होगा, इसके बारे में भाजपा के भीतर कोई अस्पष्टता नहीं है। उन्होंने कहा था कि जनता जानती है कि सीएम चेहरा कौन है और कुछ वक्त पहले गृह मंत्री अमित शाह ने भी एक जनसभा में स्पष्ट कर दिया था कि योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में पार्टी चुनाव लड़ रही है।

अखिलेश यादव

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके अखिलेश यादव समाजवादी पार्टी का एकमात्र चेहरा हैं। पिछले चुनावों में अखिलेश यादव ने कांग्रेस के साथ गठबंधन किया था लेकिन उन्हें चुनाव में हार का सामना कर पड़ा। इस बार उन्होंने छोटे दलों को एकजुट कर समीकरण बनाने की कोशिशें की हैं। चाचा शिवपाल की पार्टी भी उनके साथ आ गई है और सपा के ही चुनाव चिह्न पर मैदान में अपने उम्मीदवार उतारेगी। इस बार के चुनाव में भाजपा और सपा के बीच कांटे की टक्कर होने की संभावना जताई जा रही है।

प्रियंका गांधी

कांग्रेस महासचिव और उत्तर प्रदेश पार्टी प्रभारी प्रियंका गांधी को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार माना जा रहा है और शुक्रवार को उन्होंने इशारों ही इशारों में इसे स्पष्ट भी कर दिया। इस बार कांग्रेस महिला और युवा कार्ड के सहारे चुनावों में उतरी है। प्रियंका गांधी भाजपा सरकार की मुखर आलोचक रही हैं। पिछले विधानसभा चुनाव के बाद से ही वो लगातार उत्तर प्रदेश में पार्टी की स्थिति को मजबूत करने में जुट गई थीं और इस बार उन्होंने 40 फीसदी महिलाओं को उम्मीदवार बनाने का दावा किया है। इसके लिए उन्होंने लड़की हूं लड़ सकती हूं कैंपेन भी लॉन्च किया। 

प्रियंका गांधी से उत्तर प्रदेश में सीएम के चेहरे को लेकर सवाल पूछा गया। उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर प्रियंका गांधी ने भी साफ-साफ जवाब दे दिया। मुख्यमंत्री के चेहरे के सवाल पर उन्होंने कहा कि क्या आपको उत्तर प्रदेश में कांग्रेस पार्टी की तरफ से किसी और का चेहरा दिख रहा है? क्या मेरा चेहरा हर जगह दिख रहा है ना?