Nizamabad Lok Sabha Seat: निजामाबाद में किसका पलड़ा होगा भारी, BRS-BJP और कांग्रेस में कड़ी टक्कर
तेलंगाना में एक दशक के बाद लोकसभा चुनाव में भारत राष्ट्र समिति के मुकाबले में भाजपा और कांग्रेस के बीच मुख्य टक्कर की संभावना बनी है। इस सीट से कांग्रेस ने जीवन रेड्डी, भाजपा ने अरविंद धर्मपुरी और बीआरएस ने बाजीरेड्डी गोवर्धन को चुनावी मैदान में उतारा है।
तेलंगाना में एक दशक के बाद लोकसभा चुनाव में भारत राष्ट्र समिति के मुकाबले में भाजपा और कांग्रेस के बीच मुख्य टक्कर की संभावना बनी है। वहीं चुनाव के मद्देनजर सभी राजनीतिक दल चुनाव प्रचार में जुटे हैं। पार्टी के प्रत्याशी और बड़े नेता इन दिनों चुनाव प्रचार में जोरों-शोरों से जुटे हैं। वहीं इसी कड़ी में तेलंगाना की निजामाबाद लोकसभा सीट भी हाईप्रोफाइल सीट मानी जा रही है। बता दें कि इस सीट से कांग्रेस ने जीवन रेड्डी, भाजपा ने अरविंद धर्मपुरी और बीआरएस ने बाजीरेड्डी गोवर्धन को चुनावी मैदान में उतारा है। बता दें कि इस सीट पर 13 मई को मतदान होने हैं।
कांग्रेस प्रत्याशी जीवन रेड्डी
कांग्रेस ने निज़ामाबाद लोकसभा क्षेत्र से जीवन रेड्डी को चुनावी रण में उतारा है। जीवन रेड्डी की गिनती कांग्रेस के अनुभवी नेताओं में की जाती है। बता दें कि जीवन रेड्डी पहले संसद, विधानसभा और परिषद चुनाव लड़ चुके हैं। वह पूर्व मंत्री जो अब एमएलसी हैं। ऐसे में इस सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला है और यह देखना काफी दिलचस्प होगा कि जनता का भरोसा किस पार्टी को मिलता है।
भाजपा प्रत्याशी अरविंद धर्मपुरी
भारतीय जनता पार्टी ने इस सीट से अरविंद धर्मपुरी को चुनावी मैदान में उतारा है। बता दें कि धर्मपुरी की गिनती बीजेपी की अगली पीढ़ी के नेताओं में की जाती है। साल 2019 में तेलंगाना के निजामाबाद से लोकसभा सांसद चुने गए थे। क्रिकेट की पिच से राजनीति के मैदान में उतरे अरविंद धर्मपुरी ने जबरदस्त एंट्री मारी थी। इस लोकसभा क्षेत्र से उन्होंने केसीआर की बेटी के कविता समेत 183 उम्मीदवारों को करारी शिकस्त दी थी।
बीआरएस प्रत्याशी बाजीरेड्डी गोवर्धन
बीआरएस पार्टी ने निजामाबाद लोकसभा सीट से बाजीरेड्डी गोवर्धन पर दांव लगाया है। गोवर्धन ने 90 के दशक की शुरुआत में नक्सल प्रभावित सिरिकोंडा मंडल में प्रतिबंधित माओवादियों से टक्कर ली थी। वहीं माओवादियों द्वारा किए गए दो प्रयासों में गोवर्धन बच गए थे। पांच बार के विधायक बाजीरेड्डी गोवर्धन ने एक लंबा राजनीतिक सफर तय किया है। उन्होंने कांग्रेस के अलावा बीआरएस के टिकट पर लगातार चुनाव जीतने का गौरव प्राप्त किया है।