Puri Lok Sabha seat: कौन जीतेगा पुरी का किला, चुनावी रण में उतरे संबित पात्रा और अरूप पटनायक
इस बार पुरी लोकसभा सीट पर दो राष्ट्रीय स्तर की हस्तियों के बीच कड़ी टक्कर होने जा रही है। इस बार पुरी में भाजपा राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा और मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर और बीजेडी उम्मीदवार अरूप पटनायक के बीच कड़ी टक्कर है।
ओडिशा की पुरी लोकसभा सीट पर पहली बार साल 1952 में चुनाव हुआ था। इस सीट के तहत 7 विधानसभा सीटें आती हैं। इस सीट पर बीजेडी और कांग्रेस का प्रभु्त्व रहा है। बता दें कि साल 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान बीजेडी के पिनाकी मिश्रा ने जीत हासिल की थी। वहीं कांग्रेस के सुचित्रा मोहंती दूसरे स्थान पर रहे थे। वहीं साल 2019 के लोकसभा चुनाव में भी बीजेडी के पिनाकी मिश्रा ने फिर जीत हासिल की थी। वहीं भाजपा प्रत्याशी संबित पात्रा को 5,26,607 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहे। वहीं कांग्रेस उम्मीदवार सत्य प्रकाश नारायण को तीसरे स्थान पर संतोष करना पड़ा।
इस बार पुरी लोकसभा सीट पर दो राष्ट्रीय स्तर की हस्तियों के बीच कड़ी टक्कर होने जा रही है। इस बार पुरी में भाजपा राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा और मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर और बीजेडी उम्मीदवार अरूप पटनायक के बीच कड़ी टक्कर है। इस सीट पर 25 मई को मतदान होना है।
बीजेपी प्रत्याशी संबित पात्रा
भारतीय जनता पार्टी का इस सीट से रिकॉर्ड अच्छा नहीं रहा है। साल 2014 तक इस सीट पर भाजपा प्रत्याशी तीसरे नंबर पर रहे हैं। हालांकि साल 2019 के लोकसभा चुनाव में संबित पात्रा ने पार्टी को रनर अप बनाया और करीब पांच लाख वोट बटोरे। हिंदू राव अस्पताल से सर्जन की नौकरी छोड़ने के बाद पात्रा दिल्ली भाजपा के प्रवक्ता बनें। राष्ट्रीय प्रवक्ता और टीवी चैनलों के डिबेट के जरिये उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई। साल 2019 के चुनाव में पार्टी ने उनको पुरी से उतारा था। लेकिन तब उनको हार का सामना करना पड़ा था। हारने के बाद भी संबित पात्रा हमेशा पुरी के लोगों के साथ खड़े दिखाई दिए।
बीजेडी प्रत्याशी अरूप पटनायक
बीजू जनता दल ने मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर अरूप पटनायक को पुरी लोकसभा सीट से उतारा है। पुलिस अफसर से राजनेता बने अरूप पटनायक सीएम नवीन पटनायक के भरोसेमंद साथी है। साल 2019 में नौकरी से रिटायरमेंट के बाद उन्होंने बीजेडी से अपने राजनीतिक करियर की शुरूआत की थी। बता दें कि साल 2019 में वह भुवनेश्वर लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में उतरे थे, लेकिन उस दौरान उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। वहीं पार्टी ने एक बार फिर अरूप पटनायक पर भरोसा जताया है। अरूप पटनायक पुरी संसदीय क्षेत्र के रहने वाले हैं।