Chatra Lok Sabha Seat: चतरा लोकसभा सीट पर चार दशक का सूखा खत्म करेगी कांग्रेस या बीजेपी फिर मारेगी हैट्रिक

अनन्या मिश्रा     May 20, 2024
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Chatra Lok Sabha Seat: चतरा लोकसभा सीट पर चार दशक का सूखा खत्म करेगी कांग्रेस या बीजेपी फिर मारेगी हैट्रिक

झारखंड की चतरा लोकसभा सीट पर एक बार फिर भाजपा और कांग्रेस का सीधा मुकाबला देखने को मिल रहा है। इस सीट से भाजपा ने कालीचरण सिंह को चुनावी मैदान में उतारा है, तो वहीं कांग्रेस ने पूर्व मंत्री केएन त्रिपाठी पर दांव आजमाया है।

आज यानी की लोकसभा चुनाव 2024 के लिए 20 मई को पांचवे चरण का मतदान हो रहा है। इसके तहत झारखंड की तीन सीटों पर भी मतदान हो रहा है। इन्हीं में से एक सीट झारखंड की चतरा है। झारखंड की चतरा लोकसभा सीट पर एक बार फिर भाजपा और कांग्रेस का सीधा मुकाबला देखने को मिल रहा है।

 

इस सीट से भारतीय जनता पार्टी ने कालीचरण सिंह के रूप में नए चेहरे को चुनावी मैदान में उतारा है, तो वहीं कांग्रेस पार्टी ने पूर्व मंत्री केएन त्रिपाठी पर दांव आजमाया है। इस बार चतरा संसदीय क्षेत्र में मुकाबला आमने-सामने का है। अब इस सीट पर भाजपा हैट्रिक मारती है, या फिर कांग्रेस चार दशक का सूखा खत्म करने में कामयाब होती है, यह पूरी तरह जनता पर निर्भर करता है।


भाजपा प्रत्याशी कालीचरण सिंह

झारखंड की चतरा लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी ने कालीचरण सिंह को अपना प्रत्याशी बनाया है। वह भूमिहार जाति से ताल्लुक रखते हैं। वहीं इस संसदीय क्षेत्र में भूमिहार वोटरों की संख्या 25 से 30 हजार के करीब है। इस सीट से साल 2014 और 2019 में भाजपा के प्रत्याशी को भारी मतों से जीत मिली थी। उस चुनाव में भाजपा प्रत्याशी ने जीत का नया कीर्तिमान स्थापित किया था। अब ऐसे में कालीचरण सिंह पार्टी के साथ-साथ जनता का विश्वास जीतने में कितना कामयाब होते हैं, यह देखना काफी दिलचस्प होगा।


कांग्रेस प्रत्याशी केएन त्रिपाठी

वहीं कांग्रेस ने चतरा लोकसभा सीट से कृष्णा नंद त्रिपाठी को उम्मीदवार बनाया है। वह ब्राह्मण समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। इस संसदीय क्षेत्र में ब्राह्मण वोटों की संख्या भी करीब करीब डेढ़ से दो प्रतिशत है। इंडिया गठबंधन के घटक दलों में चतरा सीट को लेकर लंबे समय से खटपट होती रही है। इस क्षेत्र पर आरजेडी बार-बार दावा ठोंकती रही है। लेकिन आरजेडी के अड़ने के बाद भी कांग्रेस पार्टी ने पूर्व मंत्री केएन त्रिपाठी को उम्मीदवार बनाया। यदि इस चुनाव में केएन त्रिपाठी जीत हासिल करते हैं, तो वह इस सीट से कांग्रेस के चार दशक का सूखा खत्म करने में कामयाब होंगे।