असम में दिमासा नेशनल लिबरेशन आर्मी (डीएनएलए) के उग्रवादियों ने आत्मसमर्पण कर दिया। बता दें कि कुल 181 उग्रवादियों से औपचारिक रूप से समर्पण किया और वह मुख्यद्वारा में वापस लौट आए। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने मामले की जानकारी दी। एक आधिकारिक समारोह में 5 महिलाओं समेत 181 उग्रवादियों ने औपचारिक रूप से हथियार सौंप दिए। जिसके बाद उन सभी ने सीएम सरमा से वित्तीय सहायता प्राप्त की है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक उग्रवादियों द्वारा सौंपे गए हथियारों में 8 एके श्रेणी का राइफलें, एक एम-16 राइफल, एक एम-20 राइफल, 1,161 गोलियां और तीन ग्रेनेड शामिल हैं। मुख्यमंत्री सरमा ने कहा कि पीएम मोदी के आशीर्वाद और गृहमंत्री अमित शाह की उपस्थिति में DNLA के साथ शांति समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। जिसके बाद से राज्य के आदिवासी क्षेत्रों में उग्रवाद समाप्त हो गया है।
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले उग्रवादियों को पुनर्वास पैकेज के तौर पर 4 लाख रुपए का फिक्स डिपॉजिट दिया जाएगा। बताया जा रहा है कि 2021 से अभी तक करीब 7200 उग्रवादी आत्मसमर्पण कर चुके हैं। आत्मसमर्पण करने वाले उग्रवादियों में कमांडर इन चीन नाइडिंग दिमासा उर्फ मुश्रंग, डीएनएलए चेयरमैन खारमिडाओ दिमासा उर्फ एटिका डिफुसा और महासचिव प्रिथमजीत जिदोंगसा उर्फ गलाओ दिमासा शामिल हैं।