लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण के मतदान संपन्न हो गया है। जिसके बाद अब चौथे चरण के मतदान 13 मई को होने हैं। हालांकि जैसे-जैसे मतदान की तारीख नजदीक आ रही है, वैसे-वैसे राजनीति परवान चढ़ रही है। ऐसे में बिहार की दरभंगा लोकसभा सीट पर भी 13 मई को मतदान होने हैं। बिहार के मिथिलांचल में आने वाली दरभंगा लोकसभा सीट काफी हाईप्रोफाइल भी मानी जाती है।
बता दें कि इस सीट पर मुख्य मुकाबला राजद और भाजपा के बीच माना जा रहा है। राजद ने इस सीट से ग्रामीण विधानसभा के विधायक और पूर्व मंत्री ललित कुमार यादव को चुनावी मैदान में उतारा है, तो वहीं भारतीय जनता पार्टी ने गोपाल जी ठाकुर पर भरोसा जताया है।
राजद प्रत्याशी ललित यादव
साल 1995 में लालू यादव के राजनीतिक प्रभाव के दौरान पहली बार ललित यादव पहली बार विधायक बने थे। साल 2010 के इस विधानसभा क्षेत्र में परिसीमन के बावजूद उन्होंने अपनी जीत बरकरार रखी। बता दें कि इस विधानसभा सीट से ललित यादव 6 बार से लगातार विधायक रहे हैं। वहीं 2020 के विधानसभा चुनाव के दौरान दरभंगा राजद की दस विधानसभा सीट में से मात्र एक ग्रामीण विधानसभा से जीत हासिल कर ललित यादव ने लाज बचाई थी।
भाजपा प्रत्याशी गोपाल जी ठाकुर
भारतीय जनता पार्टी ने एक बार फिर दरभंगा लोकसभा सीट से गोपाल जी ठाकुर को अपना उम्मीदवार बनाया है। भाजपा के सक्रिय सदस्य के रूप में गोपाल जी ठाकुर का राजनीतिक सफर शुरू हुआ था। उनके कार्यों को देखते हुए बीजेपी ने उनको जिलाध्यक्ष बनाया। वहीं साल 2010 में भाजपा ने पहली बार गोपाल जी ठाकुर को बेनीपुर विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में उतारा था। वहीं गोपाल जी ने इस सीट से जीत दर्ज की थी।
हालाँकि इसके बाद साल 2015 के विधानसभा चुनाव में उनको हार का सामना करना पड़ा था। लेकिन गोपाल जी ठाकुर भारतीय जनता पार्टी के कार्यक्रमों में लगातार सक्रिय रहे और इनाम के तौर पर पार्टी ने साल 2019 के लोकसभा चुनाव में सांसद कीर्ति आजाद का टिकट काटते हुए गोपाल जी ठाकुर को अपना उम्मीदवार बनाया था। वहीं एक बार फिर गोपाल जी ठाकुर ने उन्हें दरभंगा लोकसभा सीट से प्रत्याशी बनाया है।