इस बार लोकसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल की धरती पर सियासत का रुख तय होने वाला है। जब राज्य में भाजपा का उत्थान हुआ, तो पश्चिम बंगाल की सियासत में बड़े बदलाव देखने को मिल हैं। एक तरह लेफ्ट कमजोर हुआ, तो वहीं भाजपा उतनी ही मजबूती से खड़ी होती दिखी है। स्थिति यह है कि राज्य में टीएमसी सत्ता में है, तो वहीं बीजेपी मुख्य विपक्षी पार्टी बन चुकी है। ऐसे में राज्य की सारी जानकारी रखना बेहद दिलचस्प का हो जाता है।
पश्चिम बंगाल में लोकसभा की 42 सीट हैं। साथ ही यहां पर तीन मुख्य पार्टियां TMC, BJP और सीपीएम है। हांलाकि राज्य में टीएमसी का दबदबा रहता है। राज्य में लोकसभा की कुल 42 सीटों पर 7 चरणों में वोटिंग होगी। पहले चरण में 19 अप्रैल को लोकसभा की तीन सीटों पर चुनाव होगा। 26 अप्रैल को दूसरे चरण में 3 सीटों पर वोटिंग होगी। तीसरे चरण में 7 मई को चार सीटों पर वोटिंग और चौथे चरण में 8 सीटों पर 13 मई को वोटिंग होगी। पांचवे चरण में सात सीटों पर 20 मई को वोटिंग होगी और आखिरी चरण में राज्य की 9 सीटों पर 1 जून को वोटिंग होगी।
सर्वे में कई राज्यों में भाजपा को फायदा नजर आ रहा है। ओपिनियन पोल के मुताबिक भाजपा को इस बार 26 सीटें मिल सकती है। वहीं टीएमसी को 16 सीटें मिलने का अनुमान जताया जा रहा है। बाकी लेफ्ट और कांग्रेस को एक भी सीट मिलती नजर नहीं आ रही है। वहीं अगर वोट प्रतिशत की बात करें, तो भाजपा को बंगाल में करीब 39 फीसदी वोट मिल सकते हैं। साथ ही टीएमसी को 36 फीसदी वोट मिल सकता है। कांग्रेस को 8 तो वहीं लेफ्ट को 5 प्रतिशत वोट मिलने का अनुमान है।
जानिए 2019 के नतीजे
यदि आप साल 2019 के नतीजों की बात करें तो भाजपा को 18 सीटें मिली थीं। वहीं इस बार 8 सीट का फायदा हो सकता है। वहीं टीएमसी को 2019 में 22 सीटें मिली थीं। कांग्रेस पार्टी को 2 सीटें मिली थीं। लेकिन इस बार यानी की साल 2024 में इस बार पार्टी मायूस हो सकती है।
टीएमसी और कांग्रेस के बीच नहीं बन पाई बात
बता दें कि शुरूआत में ममता बनर्जी और कांग्रेस के बीच सीट शेयरिंग को लेकर बातचीत आगे बढ़ने की उम्मीद थी। लेकिन समय नजदीक आने के साथ ही सीएम ममता बनर्जी ने कांग्रेस को झटका दे दिया। राज्य की सभी 42 सीटों पर बनर्जी ने अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं। ऐसे में अब कांग्रेस और सीपीआईएम के बीच गठबंधन के आसार नजर आ रहे हैं। पिछली बार की तरह ही इस बार बंगाल में पीएम मोदी के नेतृत्व वाली बीजेपी का सीधा सामना ममता बनर्जी की टीएमसी से होने वाला है। पिछले लोकसभा चुनाव में भी बीजेपी और टीएमसी के बीच कांटे की टक्कर हुई थी।