Punjab Corruption: पंजाब की आप सरकार ने भ्रष्टाचार के खिलाफ शुरू की जंग, अपनाई जा रही जीरो टॉलरेंस नीति
शहीद भगत सिंह के शहादत दिवस के मौके पर भगवंत मान ने पंजाब में भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग छेड़ दी थी। पंजाब के मुख्यमंत्री मान ने राज्य से भ्रष्टाचार खत्म करने के लिए वाट्सएप नंबर 9501200200 जारी किया।
पंजाब के सीएम भगवंत सिंह मान ने 16 मार्च, 2022 को शहीद-ए-आजम भगत सिंह गांव में सीएम पद की शपथ ली थी। वहीं शहीद भगत सिंह के शहादत दिवस के मौके पर भगवंत मान ने पंजाब में भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग छेड़ दी थी। पंजाब के मुख्यमंत्री मान ने राज्य से भ्रष्टाचार खत्म करने के लिए वाट्सएप नंबर 9501200200 जारी किया। पंजाब के इतिहास में 24 मई 2022 का दिन स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज है। इस दिन पंजाब सीएम ने खुद सामने आकर कहा था कि राज्य के स्वास्थ्य मंत्री डा. विजय सिंगला पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे है, इस वजह से उनको कैबिनेट से बर्खास्त किया जा रहा है।
उसके बाद न सिर्फ सिंगला को कैबिनेट से बर्खास्त किया गया, बल्कि विजिलेंस ने उनको गिरफ्तार कर लिया। आपको जानकर हैरानी होगी कि पंजाब के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ, जब किसी भ्रष्टाचार के आरोप सार्वजनिक हुए बिना किसी राज्य सरकार ने अपने मंत्री को कैबिनेट से बर्खास्त किया हो। क्योंकि इससे पहले की कांग्रेस सरकार के दौरान सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्री साधू सिंह धर्मसोत पर घोटाले के आरोप लगे थे। घोटाले के साक्ष्य सामने आने के बाद भी तत्कालीन सीएम ने भ्रष्ट मंत्री का इस्तीफा नहीं लिया था।
पंजाब में भ्रष्टाचार पर वार
पंजाब के सीएम भगवंत मान ने अपने मंत्री पर कार्रवाई करके सभी पंजाबियों को यह संदेश दे दिया कि भ्रष्टाचार पर वह जीरो टालरेंस नीति अपनाई जाएगी। फिर चाहे वह कैबिनेट का मंत्री हो, या फिर कोई विधायक, सभी के खिलाफ जीरो टालरेंस नीति अपनाई जाएगी। भ्रष्टाचारियों पर पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने नकेल कस दी। वहीं पंजाब में सत्ता परिवर्तन के बाद से राज्य सरकार में मंत्रियों से लेकर IAS अधिकारियों तक को विजिलेंस ब्यूरो की ओर से बख्शा नहीं जाएगा।
पंजाब के मुख्यमंत्री बनने के बाद से भगवंत मान सरकार की सबसे पहली जंग भ्रष्टाचार के खिलाफ शुरू की गई। सरकार बनने के बाद से लेकर सितंबर 2023 तक हजारों लोगों ने भ्रष्टाचार के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई हैं। वहीं मुख्यमंत्री ने भी अपने और पराये, कद्दावर राजनेता और छोटे मुलाजिम की सीमाओं को तोड़ दिया। भ्रष्टाचार मामले में न सिर्फ पूर्व कैबिनेट मंत्रियों बल्कि पीसीएस अधिकारी को भी जेल जाना पड़ा।
आंकड़ों के अनुसार, पिछले डेढ़ साल में भ्रष्टाचार के मामले में विजिलेंस ने 169 ट्रैप लगाए और 218 लोगों को गिरफ्तार किया। जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है। वहीं विजिलेंस ने 217 क्रिमिनल केस दर्ज करने के साथ ही इन केसों में 259 लोगों की गिरफ्तारी की। भ्रष्टाचार की इस लड़ाई में विजिलेंस द्वारा 401 केस दर्ज किए गए हैं। वहीं 487 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। सीएम द्वारा जारी किए गए एंटी करप्शन एक्शन लाइन पर करीब 10 हजार से ज्यादा ऑडियो और वीडियो में शिकायतें प्राप्त हुई हैं।