Baharampur Lok Sabha seat: बहरामपुर सीट पर अधीर रंजन चौधरी Vs युसूफ पठान Vs निर्मल कुमार साहा की टक्कर

पश्चिम बंगाल की बहरामपुर लोकसभा सीट पर 13 मई को मतदान होने हैं। बहरामपुर लोकसभा सीट पर टीएमसी के यूसुफ पठान, कांग्रेस के अधीर रंजन चौधरी और भाजपा के निर्मल कुमार साहा के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है।
पश्चिम बंगाल की बहरामपुर लोकसभा सीट पर 13 मई को मतदान होने हैं। बहरामपुर लोकसभा सीट पर टीएमसी के यूसुफ पठान, कांग्रेस के अधीर रंजन चौधरी और भाजपा के निर्मल कुमार साहा के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है। हालाँकि अगर पिछले चुनावों की बात की जाए, तो साल 2014 और 2019 में कांग्रेस के अधीर रंजन ने टीएमसी के उम्मीदवारों को करारी शिकस्त देते हुए इस सीट पर कब्जा जमाया था। इस सीट से मुख्य मुकाबला कांग्रेस, भाजपा और टीएमसी के बीच माना जा रहा है। बता दें कि टीएमसी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे यूसुफ पठान बंगाल की राजनीति के ब्रेट ली कहे जाने वाले कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी से टक्कर ले रहे हैं।
टीएमसी प्रत्याशी यूसुफ पठान
आपको बता दें कि पूर्व भारतीय क्रिकेटर यूसुफ पठान टीएमसी के टिकट पर चुनावी मैदान में है। यूसुफ पठान 2024 चुनाव में बहरामपुर लोकसभा क्षेत्र से तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार के रूप में चुनावी ताल ठोंक रहे हैं। अपनी रैली में पूर्व क्रिकेटर ने कहा था कि उनके पास यहां पर एक बड़ी टीम है और एक अलग पिच है। ऐसे में उनकी टीम का मुख्य लक्ष्य तेजी से रन बनाने के साथ मैच जीतना है। ऐसे में यह देखना काफी दिलचस्प होने वाला है कि यूसुफ पठान को जनता का कितना सपोर्ट मिलता है।
कांग्रेस प्रत्याशी अधीर रंजन
कांग्रेस के दिग्गज नेता अधीर रंजन चौधरी को बंगाल की राजनीति का ब्रेट ली कहा जाता है। साल 1999 से अधीर रंजन यहां से पांच बार जीत हासिल कर चुके हैं। बहरामपुर के अलावा अधीर रंजन चौधरी इस सीट के तहत साल 2016 में सभी विधानसभा क्षेत्रों में भी चुनाव जीते हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि कांग्रेस को इस सीट से जीत दिलाने के लिए अधीर रंजन ने अपना खेल जारी कर दिया है।
भाजपा प्रत्याशी निर्मल कुमार साहा
भारतीय जनता पार्टी ने 66 साल के सर्जन डॉ. निर्मल कुमार साहा को चुनावी रण में उतारा है। बहरामपुर शहर के रहने वाले निर्मल कुमार साहा मरीजों के बीच लोकप्रिय हैं। इसके अलावा उनका परिवार लंबे समय से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के साथ संबंध में रहा है। उनका कहना है कि वह एक सैनिक की तरह इस सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं उम्मीद की जा रही है कि अपनी साफ-सुथरी छवि के चलते निर्मल कुमार साहा इस सीट पर अपने विरोधियों को कड़ी टक्कर देने में कामयाब हो सकते हैं।