Bihar : तेजस्वी के बाद नीतीश कुमार के दिल्ली दौरे से बढ़ीं अटकलें, समय से पहले विधानसभा चुनाव के आसार

दिव्यांशी भदौरिया     Jun 03, 2024
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Bihar : तेजस्वी के बाद नीतीश कुमार के दिल्ली दौरे से बढ़ीं अटकलें, समय से पहले विधानसभा चुनाव के आसार

इंडी अलायंस की बैठक में शामिल होने के लिए तेजस्वी यादव पहले से ही दिल्ली में मौजूद हैं। वहीं, बिहार के सीएम नीतीश कुमार भी रविवार को दिल्ली पहुंच गए है। नीतीश की दिल्ली दौरा पर्सनल बताया जा रहा है। लेकिन कयास लगाए जा रहे हैं कि भाजपा नेताओं से भी उनकी मुलाकात हो सकती है। इस मुलाकात से अटकलें शुरु हो गई है।

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दिल्ली पहुंच गए है। नीतीश की दिल्ली यात्रा का कोई आधिकारिक ब्यौरा सामने नहीं आया है। बताया जा रहा है कि व्यक्तिगत कारणों से वे दिल्ली दौरे पर हैं। हो सकता है है नीतीश कुमार समय-समय पर स्वास्थ्य जांच के लिए दिल्ली जाया करते हैं। लेकिन फिर भी राजनीतिक हलचल मचा दी है। 

नीतीश के दिल्ली दौरे से लगाए जा रहे कयास

नीतीश कुमार का दिल्ली दौरा तब हुआ है, जब लोकसभा चुनाव के एग्जिट पोल के अनुमान सामने आ गया है। कल यानी मंगलवार को लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे आने वाले है। इसी के चलते, बिहार के राजनैतिक गलियारे में चुनाव बाद बड़े राजनीतिक बंवडर की आहट भी सुनाई देने लगी है। वहीं, यह किसी को पता नहीं है कि नीतीश कुमार का दौरा वाकई व्यक्तिगत है या बीजपी के बुलावे पर वे दिल्ली आ गए हैं। कयास लगाए जा रहे है कि उनकी मुलाकात भाजपा के बड़े नेताओं से हो सकती है।

नीतीश से पहले तेजस्वी में दिल्ली मौजूद है

आरजेडी के नेता और नीतीश की सरकार में दो बार डिप्टी सीएम रह चुके तेजस्वी यादव भी दिल्ली में है। वहीं, तेजस्वी ने हाल ही में यह कह कर सियासा सस्पेंस को बढ़ा दिया है कि 4 जून को बिहार में कुछ बड़ा होने वाला है। दरअसल, तेजस्वी ने नीतीश कुमार को महागठबंधन में लौटने का न्यौता भी दिया है। कयास लग रहे है कि नीतीश की बातें अगर बीजेपी मानने को तैयार नहीं होती है तो वे पुराने अंदाज में फिर दिख जाएं तो आश्चर्य नहीं। नीतीश फिर से पाला बदलने में देर नहीं करेंगे। वैसे तो नीतीश कुमार बार-बार कह चुके है कि पहले वे इधर-उधर होते रहे हैं, लेकिन अब आखिरी वक्त तक उन्होंने एनडीए के साथ रहने का अटल फैसला कर लिया है।

बिहार में समय से पहले होगा विधानसभा चुनाव

गौरतलब है कि बिहार में विधानसभा का चुनाव 2025 में होने वाला है। नीतीश कुमार पहले चुनाव चाहते हैं। भाजपा की हवा में उन्हें अपनी पार्टी के लिए आसानी दिख रही है। वहीं, नीतीश को यह भय सता रहा है कि लोकसभा के चुनाव परिणाम अगर उनके मन मुताबिक नहीं आया तो भाजपा कहीं उन पर सीएम पद छोड़ने का दबाव बनाना न शुरु कर दे। जिस समय दिल्ली का दौरा हुआ है, तो ऐसी अटकले शुरु हो गई। देश में लोकसभा और विधानसभा चुनाव साथ कराने पर सहमति बन चुकी है। शायद ही 2029 से यह अमल में भी आ जाए। बिहार विधानसभा का चुनाव अगर इस साल हो जाता है तो 2029 से लोकसभा के साथ ही विधानसभा चुनाव कराने के सहूलियत हो जाएगी।