Loksabha Election 2024: चुनाव परिणाम आने से पहले अखिलेश यादव ने कहा- 'देश नकारात्मक ताकतों से आजाद होने जा रहा है'

दिव्यांशी भदौरिया     Jun 03, 2024
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Loksabha Election 2024: चुनाव परिणाम आने से पहले अखिलेश यादव ने कहा- देश नकारात्मक ताकतों से आजाद होने जा रहा है

4 जून 2024 को लोकसभा चुनाव 2024 के चुनाव परिणाम आने वाले हैं। इससे पहले सपा प्रमुख अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मीडिया को संबोधित किया और मोदी सरकार के 10 साल के कार्यकाल पर बयान जारी किया।

सपा सुप्रीमों अखिलेश यादव ने लोकसभा चुनाव 2024 के चुनीव नतीजे आने से एक दिन पहले मीडिया को संबोधित करते हुए दावा कर रहे है कि 4 जून को देश नकारात्मक शक्तियों से आजाद होने जा रहा है। अखिलेश यादव ने मोदी सरकार के 10 साल के कार्यकाल पर बयान दिया। मुद्दों के सहारे मोदी सरकार के कार्यकाल पर सवाल उठाए।

बीजेपी के झूठे राष्ट्रवाद से देश को नुकसान पहुंचाया

मीडिया को संबोधित करते हुए अखिलेश ने कहा कि भाजपा के झूठे राष्ट्रवाद ने देश को नुकसान पहुंचाया। सामाजिक रुप का सौहर्द्र बिगाड़ा। भाईचारा खत्म किया। जाति के खिलाफ जाति और संप्रदाय के खिलाफ संप्रदायों को लड़वाया। सविधान द्वारा दिए गए आरक्षण को साजिशन खत्म करने की कोशिश की गई।  बेरोजगारों के साथ छल किया गया। पेपर लीक कराए। देश के लिए आगे बढ़कर लड़ने वालों के लिए अपने मंत्रियों से जानबूझकर अपशब्द कहलवाए। मणिपुर, हाथरस, महिला पहलवान, पिछड़े, दलित, अल्पसंख्यक और आदिवासियों के खिलाफ अत्याचार और सबसे खराब व्यवहार किए जाने का रिकॉर्ड बनाया।

भाजपा ने जनता पर महंगाई थोप दी

भाजपा ने आर्थिक रूप से इलेक्टोरल बॉन्ड का ऐतिहासिक भ्रष्टाचार किया। इसके जरिए पैसा कमाने के लिए मुनाफाखोरी को बढ़ावा दिया जिसने महंगाई को बढ़ाया। अपने फायदे के लिए भाजपा ने जनता पर महंगाई थोप दी। नोटबंदी से व्यापार चौपट कर दिया। भ्रष्ट जीएसटी से छोटे दुकानदार को मंदी का शिकार बना दिया। किसानों की जमीन हड़पनी चाही। काले कृषि कानून लाए। खाद की बोरी की चोरी की। लाभकारी मूल्य नहीं दिया। देश को अब तक की सबसे बड़ी बेरोजगारी में धकेल दिया। महंगाई से गरीब को और गरीब कर दिया। अमीरों के अरबों के लोन माफ कर दिए लेकिन किसानों का ऋण नहीं माफ किया। उन्हें आत्महत्या के लिए मजबूर कर दिया। ब्याज की दरें घटाकर मध्यमवर्ग की बचत को बेकार कर दिया।

बैंकों में तरह-तरह के चार्ज से लोगों का धन दीमक की तरह खा गए। बैंक लॉकरों के नाम पर जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लिया। नैतिक रुप से चंदे का पैसा तक खा गए। केयर के आगे पीएम के नाम का इस्तेमाल कर बाद में हिसाब देने से मना कर दिया। अपराधियों को शामिल करने उनके कृत्यों पर पर्दा डालने जैसे मणिपुर में अपने संघी साथियों द्वारा बेटियों के साथ अमानवीय व्यवहार में और बीएचयू में अभद्रता कांड में, खीरी किसान हत्याकांड में, हाथरस की बेटी से दुष्कर्म, हत्या व कानपुर देहात कांड में जहां मां-बेटी को झोपड़ी में जिंदा जलाकर मार डाला ऐसे अनगिनत उदाहरण भाजपा सरकार के हैं।

अखिलेश यादव ने कहा कि राजनीतिक रुप से चंडीगढ़ में मेयर के चुनाव में कैमरे के सामने धांधली की। चुनी हुई सरकारें गिराई।