Bihar Politics: आनंद मोहन ने लालू और तेजस्वी पर साधा निशाना, बिना नाम लिए बोले- महिषासुर के परिवार का कौन है?

LSChunav     Apr 15, 2024
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Bihar Politics: आनंद मोहन ने लालू और तेजस्वी पर साधा निशाना, बिना नाम लिए बोले- महिषासुर के परिवार का कौन है?

आनंद मोहन ने कहा कि जो लोग धर्म को नहीं मानते हैं और खुद को महिषासुर के परिवार का बताते हैं वह क्या खाते हैं इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। वहीं आनंद मोहन पत्नी लवली आनंद के लिए चुनाव प्रचार करने के लिए शिवहर गए थे।

1994 में बिहार में एक जिला मजिस्ट्रेट की सनसनीखेज हत्या के लिए आजीवन कारावास की सजा काट रहे पूर्व सांसद, नीतीश कुमार सरकार द्वारा दी गई सजा में छूट के बाद इस साल अप्रैल में जेल से बाहर आए। राजद नेता तेजस्वी यादव की मछली पार्टी पर जारी सियासी घमासान में पूर्व सांसद आनंद मोहन भी कूद पड़े हैं। 

 वहीं आनंद मोहन पत्नी लवली आनंद के लिए चुनाव प्रचार करने के लिए शिवहर गए थे, वहां उन्होंने नाम लिए बगैर लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव पर निशाना साधा। आनंद मोहन ने कहा कि जो लोग खुद को महिषासुर के परिवार का बताते हैं वे कुछ भी खा सकते हैं। हाल ही में तेजस्वी यादव ने मुकेश सहनी के साथ हेलिकॉप्टर में मछली खाई और वीडियो भी जारी किया। वहीं इस पर भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने आरोप लगाया कि नवरात्रि में मछली पार्टी करके तेजस्वी यादव सनातन धर्म का अपमान कर रहे हैं। 

आनंद मोहन शिवहर गए

रविवार को आनंद मोहन शिवहर गए थे। उनकी पत्नी पूर्व सांसद लवली आनंद को जेडीयू ने शिवहर सीट से लोकसभा चुनाव का टिकट दिया है। लवली आनंद के चुनाव प्रचार के दौरान उन्होंने कहा कि जो लोग धर्म नहीं मानते है और खुद को महिषासुर के परिवार का बताते हैं वह क्या खाते हैं इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। मीडिया से बात करते समय उन्होंने कहा कि कुछ लोग मानसिक गुलामी का केंद्र बताते हैं, जिस जमात ने माता सरस्वती पर गलत आरोप लगाए, जो खुद को महिषासुर के खानदान के बताते रहे, कहते रहे कि तुलसी दुबे की रामायण जातिवादी ग्रंथ है, उन्हें धर्म से कुछ लेना-देना नहीं है। इन्हें पूजा पाठ से भी कोई मतलब नहीं रहा। ऐसे में लोग मछली खाएं या बिहार का चारा खाएं इससे काई फर्क नहीं पड़ता। उनका इतिहास यही रहा है।

आनंद मोहन के बेटे चेतन आनंद को राजद को टिकट दिया था

आनंद मोहन के पुत्र चेतन आनंद शिवहर से विधानसभा सदस्य हैं। उन्हें राजद ने टिकट दिया था। लेकिन ठाकुर विवाद के बाद आनंद मोहन का परिवार लालू यादव टीम से दूर हो गया। नीतीश कुमार की सरकार बनने के बाद चेतन आनंद नीतीश कुमार के खेमे में आ गए।