मिल्कीपुर उपचुनाव में नए चेहरे को उतर सकती है भाजपा, दावेदारी में पूर्व विधायक से लेकर नौकरशाह तक है

दिव्यांशी भदौरिया     Jan 10, 2025
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 मिल्कीपुर उपचुनाव में नए चेहरे को उतर सकती है भाजपा, दावेदारी में पूर्व विधायक से लेकर नौकरशाह तक है

दिल्ली विधानसभा चुनाव के साथ ही उत्तर प्रदेश मिल्कीपुर उपचुनाव भी होने वाला है। अयोध्या के मिल्कीपुर में 5 फरवरी को मतदान होने वाला है। वहीं, परिणाम की घोषणा 8 फरवरी को होनी है।

अयोध्या के मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव 5 फरवरी से होने वाले है। उपचुनाव की तारीख की घोषणा के बाद मिल्कीपुकर विधानसभा सीट से भाजपा में टिकट को लेकर होड़ मच रही है। इस टिकट को लेकर एक दर्जन से अधिक लोगों ने दावेदारी की है। हालांकि, बीजेपी को इस सीट के लिए नए चेहरे की तलाश है। पार्टी में सीट के दावेदारी के लिए मंथन शुरु हो चुका है।

5 फरवरी को होगा मतदान

मिल्कीपुर सीट पर 5 फरवरी को मतदान होने वाला है। जिसके चलते हैं पार्टी प्रत्याशियों के चयन के लिए विचार किया जा रहा है। सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि इस टिकट की दौड़ में पूर्व विधायक गोरखनाथ बाबा सबसे आगे है। बता दें कि, 2017 में गोरखनाथ इस सीट से विधायक रह चुके हैं। लेकिन, 2022 में यह हार गए थे। इसके अलावा, नौकरशाह व उप परिवहन आयुक्त सुरेंद्र रावत भी दावेदारों के नाम सामने आ रहे है।

गैरविवादित नए चेहरे पर दांव

सूत्रों के मुताबिक, संगठन और सरकार के कई नेता मिल्कीपुर में गैरविवादित नए चेहरे को उतारने के पक्षधर हैं। इसलिए सुरेंद्र सिंह रावत को दावेदार माना जा रहा है।  दावेदारों में पूर्व विधायक रामू प्रियदर्शी भी हैं। बता दें कि, ये 1991 में सोहवल से विधायक रहे हैं और 2012 में भाजपा ने इन्हें मिल्कीपुर से चुनाव लड़ाया था, लेकिन हार गए थे।

इनके नाम भी चर्चाओं में है

उपचुनाव के लिए भाजपा के कई स्थानीय पदाधिकारियों ने दावेदारी की है। हालांकि, चंद्रभानु पासवान, पूर्व ब्लाक प्रमुख विनय कुमार रावत, सियाराम रावत, विजय बहादुर फौजी, काशीराम पासी, शांति पासी और बाराबंकी की जिला पंचायत सदस्य नेहा आनंद सिंह ने भी टिकट के लिए दावेदारी रखी है।