Lok Sabha Elections 2024: UP की इस लोकसभा सीट पर प्रत्याशी के नाम पर मंथन कर रही BJP, मिल सकती है कड़ी चुनौती

LSChunav     Mar 06, 2024
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Lok Sabha Elections 2024: UP की इस लोकसभा सीट पर प्रत्याशी के नाम पर मंथन कर रही BJP, मिल सकती है कड़ी चुनौती

भाजपा प्रत्याशियों की पहली लिस्ट में मुदाराबाद का नाम नहीं होने पर चर्चाओं का दौर तेज हो गया है। ऐसे में माना जा रहा है कि मुरादाबाद की सीट को लेकर केंद्रीय नेतृत्व सतर्कता बरत रहा है।

भाजपा प्रत्याशियों की पहली लिस्ट में मुदाराबाद का नाम नहीं होने पर चर्चाओं का दौर तेज हो गया है। ऐसे में माना जा रहा है कि मुरादाबाद की सीट को लेकर केंद्रीय नेतृत्व सतर्कता बरत रहा है। वहीं प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी भी मान चुके हैं कि प्रदेश में सबसे कठिन मुकाबला मुरादाबाद में ही होने वाला है। बीजेपी यहां पर 80 सीटों जीतने का लक्ष्य लेकर चल रही है। ऐसे में मुरादाबाद सीट पर जीत हासिल करने वाले प्रत्याशी पर ही दांव लगाया जाएगा।


पार्टी द्वारा पुराने आजमाए गए फार्मूले और जातीय समीकरण को दरकिनार करते हुए प्रत्याशी का चयन किया जाएगा। वहीं आज यानी की 06 मार्च को बीजेपी संसदीय बोर्ड की बैठक होनी है। इस बैठक के शुरूआती दौर में मुरादाबाद के प्रत्याशी को लेकर चर्चा की संभावना जताई जा रही है। बीजेपी पदाधिकारियों की मानें तो प्रत्याशी चयन में स्थितियों और संभावनाओं को लेकर केंद्रीय नेतृत्व चर्चा करता है। बता दें कि इस सीट पर दो बार जनसंघ के प्रत्याशी जीत हासिल कर चुके हैं।


केंद्र में एनडीए की सरकार बनने के दौरान बीजेपी मुरादाबाद में खाली हाथ रही थी। जिसके बाद कांग्रेस के टिकट पर साल 1999 में चंद्र विजय सिंह बेबी राजा लोकतांत्रिक जीतकर संसद पहुंचे थे। बाद में वह बीजेपी में शामिल हो गए थे। साल 1952 से लेकर अब तक इस सीट पर बीजेपी को सिर्फ एक बार जीत हासिल हुई है। साल 2014 में सर्वेश सिंह सांसद बनें। जब साल 2019 में पार्टी ने उनपर दोबारा भरोसा जताया तो वह अपना पिछला प्रदर्शन नहीं दोहरा पाए। ऐसे में बीजेपी का केंद्रीय नेतृत्व फूंक-फूंककर कदम रख रहा है।


बीजेपी कैंडिडेट चयन में क्लस्टर का भी ध्यान रख रही है। जिस तरह से पीएम मोदी वाराणसी सीट से प्रत्याशी हैं। जिसके जरिए पूर्वांचल को साधा जाता है। ठीक उसी तरह एक प्रमुख सीट को केंद्र बनाकर आसपास की 5-6 सीटों को साधने का काम किया जाता है। केंद्र में पार्टी के बड़े चेहरे को कैंडिडेट बनाया जाता है। जिससे इसका लाभ पार्टी को आसपास की सीटों से भी मिल सके। लेकिन 2019 को चुनाव में मुरादाबाद मंडल की एक भी सीट पर बीजेपी जीत नहीं दर्ज कर पाई थी। हांलाकि इस दौरान वोट प्रतिशत में कमी नहीं आई थी। ऐसे में पार्टी मुरादाबाद मंडल से ऐसे प्रत्याशी को उतार सकती है, जिसका प्रभाव आसपास की सीटों पर भी रहे।