Ranchi Lok Sabha Seat: इटली से लॉ कर लौटी यशस्विनी के खिलाफ चुनावी मैदान में उतरे BJP के संजय सेठ

अनन्या मिश्रा     May 25, 2024
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Ranchi Lok Sabha Seat: इटली से लॉ कर लौटी यशस्विनी के खिलाफ चुनावी मैदान में उतरे BJP के संजय सेठ

झारखंड की रांची लोकसभा सीट पर 25 मई को मतदान होना है। इस सीट से बीजेपी ने निवर्तमान सांसद संजय सेठ को तो वहीं कांग्रेस ने पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय की बेटी यशस्विनी सहाय को चुनावी मैदान में उतारा है।

लोकसभा चुनाव 2024 का पांचवां चरण खत्म होने के बाद 25 जून को छठे चरण के मतदान होने हैं। जिसके सभी राजनीतिक दल अपनी-अपनी जीत का दावा कर रहे हैं। इस चरण में झारखंड की रांची लोकसभा सीट पर भी मतदान होना है। वहीं इसे संयोग की बात कहें या टोटका तो जिस भी पार्टी का उम्मीदवार रांची लोकसभा सीट पर जीत दर्ज करता है, उसकी ही केंद्र में सरकार बनती है। 


बता दें कि साल 2004, 2009, 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में जिस भी पार्टी के प्रत्याशी ने इस सीट पर जीत हासिल की, केंद्र में उस पार्टी की सरकार बनी है। भारतीय जनता पार्टी ने इस सीट से निवर्तमान सांसद संजय सेठ को चुनावी रण में उतारा है, तो वहीं कांग्रेस ने पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय की बेटी यशस्विनी सहाय को चुनावी मैदान में उतारा है। ऐसे में यह देखना काफी दिलचस्प होगा कि रांची सीट से किस पार्टी का प्रत्याशी जीत हासिल करता है और केंद्र में किसकी सरकार बनती है।


भाजपा प्रत्याशी संजय सेठ

साल 2024 में भाजपा ने एक बार फिर रांची सीट से संजय सेठ पर भरोसा जताया है। वहीं इस बार भी संजय सेठ को विकास के दम पर जीत का भरोसा है। संजय भारतीय जनता पार्टी के मंझे हुए और राजनेता हैं। पिछले दो चुनावों को देखा जाए, रांची में बीजेपी का वोट प्रतिशत और जीत का अंतर बढ़ता गया है। वहीं साल 2019 के चुनाव में जीत हासिल करने के बाद संजय सेठ सांसद के रूप में काफी सक्रिय रहे हैं। बता दें कि पीएम मोदी ने भी रांची में रोड शो किया था। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के रोड शो का संजय सेठ को कितना फायदा मिलेगा।


कांग्रेस प्रत्याशी यशस्विनी सहाय

रांची लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर चुनावी रण में उतरी यशस्विनी सहाय अपने पिता कद्दावर नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय की राजनीतिक विरासत को संभालने के लिए तैयार हैं। कांग्रेस पार्टी को उम्मीद है कि वह रांची सीट पर जीत हासिल करने में कामयाब रहेंगी। वहीं यशस्विनी भी इस चुनाव में पूरे जोश के साथ उतनी हैं। वहीं उन्हें उम्मीद है कि उन्हें पिता का अनुभव और वर्तमान राजनीतिक परिस्थिति का लाभ मिलेगा।