यूपी में बसपा को नहीं मिली एक भी सीट, मुसलमानों से क्यों नाराज है मायावती?

दिव्यांशी भदौरिया     Jun 05, 2024
शेयर करें:   
यूपी में बसपा को नहीं मिली एक भी सीट, मुसलमानों से क्यों नाराज है मायावती?

बसपा सुप्रीमो मायावती 2014 के बाद एक बार फिर 2024 लोकसभा चुनाव में बसपा को यूपी में एक भी सीट हासिल नहीं कर पाई। इस बार चुनावों मे बसपा ही ऐसी पार्टी रही जिसने सबसे ज्यादा 35 सीटों पर मुस्लिम प्रत्याशी उतारे थे।

लोकसभा 2024 के चुनाव में बहुजन समाज पार्टी का सूपड़ा-साफ हो गया है। उत्तर प्रदेश की 80 सीट में से एक भी सीट बसपा सुप्रीमों मायावती को नहीं मिली। रिजल्ट के बाद पहली बार मायावती की प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने मुस्लिम मतदाताओं से अपनी नाराजगी जताई है। माया ने कहा कि पिछले कई चुनावों और इस बार लोकसभा चुनाव में उचित प्रतिनिधित्व देने के बावजूद मुस्लिम समाज बसपा को ठीक से समझ नहीं पा रहा है। अब ऐसी स्थिति में आगे इनकी काफी सोच समझकर ही चुनाव में मौका दिया जाएगा ताकि पार्टी को भविष्य इस तरह की भयंकर नुकसान ना हो।

मायावती ने एक्स पर पोस्ट शेयर किया

मायावती ने बुधवार को अपने एक्स हैंडल पर दो पेज का लेटर जारी किया है। मायावती ने कई मुद्दों पर विचार रखे हैं। उन्होंने इतनी भीषण गर्मी में लोकसभा चुनाव करवाने पर भी सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा-'बसपा चुनाव आयोग से शुरू से यह मांग करती रही है कि चुनाव बहुत लंबा नहीं खिंचना चाहिए। यह चुनाव सात चरणों में करीब ढाई महीने लंबा रहा। चुनाव कराते समय आम लोगों के साथ लाखों सरकारी कर्मचारियों और सुरक्षाकर्मियों का ध्‍यान भी रखना चाहिए। अध‍िकतम तीन या चरण चरण में चुनाव कराया जाना चाहिए। जनजीवन अस्‍तव्‍यस्‍त होने के कारण चुनाव काफी प्रभावित रहा। गरीब और मेहनतकश लोगों के उत्‍साह में कमी आ गई। इससे वोट प्रतिशत काफी प्रभावित हुआ है।'

बीएसपी ने सबसे ज्यादा 35 मुस्लिमों को दिया था टिकट

2014 के लोकसभा चुनाव में बसपा को यूपी में शून्य सीटें मिली थी। 10 साल बाद भी ये बसपा का सफाया हो गया है। बसपा ने सबसे ज्यादा 35 उम्मीदवारों पर दांव लगाया था। वहीं मुस्लिम का सारा वोट सपा और कांग्रेस को चला गया। बसपा का मुस्लिम दलित फैक्टर काम नहीं आया। इसी वजह से चुनाव के बाद मायावती ने मुस्लिम समाज के प्रति अपनी नाराजगी जताई।