Chhindwara Lok Sabha Seat: छिंदवाड़ा सीट पर नकुलनाथ के लिए एक तरफा नहीं है मुकाबला, BJP प्रत्याशी बंटी साहू ने बढ़ाई मुश्किलें

LSChunav     Apr 04, 2024
शेयर करें:   
Chhindwara Lok Sabha Seat: छिंदवाड़ा सीट पर नकुलनाथ के लिए एक तरफा नहीं है मुकाबला, BJP प्रत्याशी बंटी साहू ने बढ़ाई मुश्किलें

इस बार यानी की लोकसभा चुनाव 2024 में मध्यप्रदेश की छिंदवाड़ा सीट हॉट सीट बन गई है। इस सीट से कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ यहां से सांसद हैं। हांलाकि भाजपा ने इस बार बंटी साहू को टिकट देकर छिंदवाड़ा सीट को नाक का सवाल बना दिया है।

इस बार यानी की लोकसभा चुनाव 2024 में मध्यप्रदेश की छिंदवाड़ा सीट हॉट सीट बन गई है। दरअसल, भाजपा के लिए मध्यप्रदेश की सभी 29 लोकसभा सीट जीतने के दावे में सबसे बड़ा रोड़ा छिंदवाड़ा सीट है। कांग्रेस के कमलनाथ इस सीट से 9 बार सांसद रह चुके हैं। वर्तमान समय में इस सीट से कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ यहां से सांसद हैं। हांलाकि भाजपा ने इस बार छिंदवाड़ा सीट को नाक का सवाल बना दिया है। तो आइए जानते हैं कांग्रेस और बीजेपी कैसे इस सीट पर अपनी सियासत बिछाती है।


कांग्रेस प्रत्याशी नकुलनाथ

साल 1997 को छोड़ दें तो इस सीट पर पिछले 70 सालों से कांग्रेस पार्टी का दबदबा रहा है। कांग्रेस पार्टी के लिए यह सीट कितनी महत्वपूर्ण है, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि छिंदवाड़ा की जनता ने आपातकाल के बाद भी कांग्रेस का साथ नहीं छोड़ा। हांलाकि इस बार छिंदवाड़ा सीट से मुकाबला एकतरफा नहीं दिख रहा है। कांग्रेस ने इस सीट से एक बार फिर कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ पर भरोसा जताया है।


आपको बता दें कि कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ की गिनती देश की सबसे अमीर सांसदों में होती है। इस बार भी नामांकन के दौरान नकुलनाथ ने 649 करोड़ की चल-अचल संपत्ति का ब्यौरा दिया है। नकुलनाथ का मानना है कि उनके पिता ने इस पिछड़े इलाके में जो विकास कार्य किए हैं, उससे वह जनता के दिल में इस कदर घर चुके हैं कि जनता बार-बार नाथ परिवार को ही चुनती रहेगी।


हांलाकि भले ही नकुलनाथ साल 2019 में सांसद बने हैं। लेकिन इस दौरान उनकी जीत का अंतर महज सिर्फ 37 हजार 536 मतों का रहा था। ऐसे में यह तो साफ हो गया है कि नाथ परिवार को अपने ही गढ़ में कड़ी टक्कर मिल रही है।


बीजेपी प्रत्याशी विवेक बंटी साहू

कांग्रेस के इस मजबूत गढ़ को भेदने के लिए भाजपा ने विवेक बंटी साहू को चुनावी मैदान में उतारा है। बता दें कि बंटी साहू लगातार कमलनाथ को उनके ही गढ़ में टक्कर देते आ रहे हैं। भले ही बंटी साहू को पहली बार लोकसभा का टिकट मिला हो, लेकिन वह दो बार इस सीट से विधानसभा का चुनाव लड़ चुके हैं। हांलाकि दोनों बार बंटी साहू को चुनाव में कमलनाथ के सामने हार का सामना करना पड़ा था। लेकिन यह बंटी साहू ही थे, जिन्होंने दोनों बार कमलनाथ को बड़ी जीत दर्ज करने से रोक दिया था।


राजनीतिक जानकारों की मानें, तो इस लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने बंटी साहू को टिकट देकर नकुलनाथ की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। क्योंकि बंटी साहू कमलनाथ जैसे कद्दावर नेता को कड़ी टक्कर दे चुके हैं। वहीं लोकसभा चुनाव में बंटी को पीएम मोदी की लोकप्रियता और सूबे में भाजपा की सरकार होने का सीधा लाभ मिलेगा। वहीं विवेक बंटी साहू की मानें, तो अबकी बार छिंदवाड़ा की जनता ने पीएम मोदी के साथ जाने का मन बना लिया है। हांलाकि इस सीट से नाथ परिवार की पकड़ ढीली होती जा रही है। इसलिए ऐसा न हो कि बीजेपी के द्वारा कांग्रेस का यह मजबूत किला ढह जाए।