बंगाल में 'महाजंगलराज' का विसर्जन तय, बिहार की तरह जनता फिर जंगलराज को रोकेगी: समीक भट्टाचार्य

दिव्यांशी भदौरिया     Nov 25, 2025
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बंगाल में महाजंगलराज का विसर्जन तय, बिहार की तरह जनता फिर जंगलराज को रोकेगी: समीक भट्टाचार्य

पश्चिम बंगाल बीजेपी के राज्यसभा सांसद समीक भट्टाचार्य का मानना है कि ममता बनर्जी सरकार के 'महाजंगलराज' का विसर्जन निश्चित है, क्योंकि जनता बदलाव के लिए तैयार है और राज्य में कानून व्यवस्था, भ्रष्टाचार तथा बांग्लादेशी घुसपैठ जैसे मुद्दे चुनावी एजेंडा होंगे। भट्टाचार्य ने स्वीकार किया कि मुस्लिम वोट बैंक में बीजेपी कमजोर है, लेकिन उनका तर्क है कि असम का उदाहरण दर्शाता है कि मुस्लिमों से अधिक वोट होने के बावजूद ममता बनर्जी सत्ता से बाहर हो सकती हैं, और यह वोट बैंक इस बार ममता का साथ नहीं देगा। वे आंतरिक कलह की बात को खारिज करते हुए पार्टी की एकता और नरेंद्र मोदी के नेतृत्व पर जोर देते हैं, जो उन्हें तृणमूल कांग्रेस को हराने का विश्वास दिलाता है।

बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए को प्रचंड जीत मिली है। जिसके बाद भाजपा पश्चिम बंगाल में अपनी सियासी जमीन मजबूत करने में लगी है। बंगाल में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव जिसको लेकर बीजेपी ने तैयारी शुरु कर दी है।  इस दौरान बीजेपी की रणनीति, मुख्य चुनावी मुद्दों और संगठनात्मक तैयारी को लेकर पूनम पाण्डेय ने बीजेपी के राज्यसभा संसाद एवं पश्चिम बंगाल प्रदेश समीक भट्टाचार्य से खास बातचीत एनबीटी ने की है। आइए आपको आने वाले चुनावी मुकाबले को लेकर इनके विचार बताते हैं।


सवाल- अगले साल पश्चिम बंगाल में चुनाव होने हैं, बीजेपी की क्या तैयारी है, पिछले चुनाव से क्या सीखा ?


उत्तर- किसी भी चुनाव के रिजल्ट से सीख लेते हैं, जो सीखा उस पर चर्चा की वह हमारा इंटरनल मैटर है। इस बार तो भाजपा ही नहीं, जनता भी तैयार है। यह चुनाव ममता बर्नजी आम जनता के खिलाफ लड़ रही हैं। ममता की सत्ता का विर्जन पूरी तरह से तय है।


सवाल- पिछले चुनाव में भी बीजेपी को बहुत उम्मीद थी पर नतीजा वैसा नहीं आया, तो क्या बदला है इस बार?


उत्तर- यहां के हालात को देखकर बहुत कुछ स्पष्ट हो जाता है। लोगों का कहना है कि वे पश्चिम बंगाल को ‘पश्चिम बांग्लादेश’ बनने नहीं देंगे। पहले जहां काम की तलाश में लोग यहां आते थे, आज स्थिति उलट गई है—यहां के मजदूर ही नहीं, बल्कि छात्र और उद्योगपति भी राज्य छोड़ रहे हैं। नए निवेश की कमी है और उद्योगों के लिए आवश्यक माहौल भी तैयार नहीं हो पा रहा है। भ्रष्टाचार अब तृणमूल कांग्रेस से जुड़ा मुद्दा माना जाने लगा है। लोगों को विरोध दर्ज कराने तक की आज़ादी नहीं बची है। कानून-व्यवस्था की स्थिति कमजोर है, और यहां तक कि न्यायाधीश भी खुद को सुरक्षित महसूस नहीं करते।


सवाल- वोटर लिस्ट के स्पेशल इंटेंसिव रिविजन (एसआईआर) का विरोध कर रही हैं ममता बनर्जी, कितना असर होगा ?


उत्तर- SIR का विरोध इसलिए किए जा रहा है कि ममता बनर्जी चाहती हैं कि रोहिंग्या, बांग्लादेश घुसपैठियों और ऐसे लोग जो नहीं हैं उनके नाम पर फर्जी वोटिंग करें। ये लोग एसआईआर के नाम पर हल्ला करके अपनी एंटी इनकंबेंसी, अपने करप्शन से लोगों का ध्यान हटाने की कोशिश कर रही हैं। टीएमसी लोगों को भ्रमित करने का काम कर रही है। लेकिन ये संभव नहीं है, लोग जागरुक है, जनता ने भी ठान लिया है कि वह इस बार तृणमूल को विदा कर देंगे।


सवाल- बिहार में जंगलराज को बीजेपी ने एक बड़ा मुद्दा बनाया, बंगाल में भी आप कानून व्यस्था की बात कर रहे हैं?


उत्तर- बिहार की जनता ने जंगलराज को वापिस नहीं आने दिया और पश्चिम बंगाल की जनता इस बार यहां से महाजंगल राज विसर्जन जरुर होगा।


सवाल- ग्रामीण और मुस्लिम बहुत इलाकों में बीजेपी कमजोर है, कैसे जीतेंगे ?


उत्तर- यह बात एकदम सत्य है। मुस्लिम वोट बीजेपी को एक फीसदी तक नहीं मिलता है। यदि कोई यह सोच रहा है कि 30 फीसदी मुस्लिम वोट बैंक से ममता बनर्जी फिर से सत्ता में आ जाएंगी तो वो मूर्ख हैं। आप असम से समझे कि, वहां पर पश्चिम बंगाल से 12 फीसदी मुस्लिम वोट ज्यादा है फिर भी दो बार से सत्ता में लगातार बीजेपी है और तीसरी बार भी आएगी।


सवाल- तो क्या मुस्लिम समाज से वोट नहीं मांगेंगे ?


उत्तर- हम मुसलमान को यही बोलना चाहते हैं कि पूरे हिंदूस्तान में राजनीतिक हिंसा में सबसे ज्यादा मुसलमान की मृत्य कहां होती है,  जवाब है पश्चिम बंगाल। थाने के लॉकअप में सबसे ज्यादा मुस्लिम कहां है, पश्चिम बंगाल। इनको 14 साल में क्या मिला। हम मुस्लिमों से ये सोचने को कह रहे हैं कि भारतीय मुसलमान से हमारा कोई दुश्मनी नहीं है। जो इस देश को अपना देश मानते हैं, जो पाकिस्तान टीम की जीत पर पटाखे नहीं छोड़ते हैं उससे हमारी कोई दुश्मनी नहीं है। 


सवाल- पश्चिम बंगाल बीजेपी में इतनी इनफाइटिंग हैं। दिल्ली से आए नेताओं पर भरोसा नहीं हैं, आपके सांसद अभिजीत गांगुली ने ऐसा बयान दिया था, कैसे निपटेंगे ?


उत्तर- इनफाइटिंग बिल्कुल भी नहीं है। पार्टी जब बड़ी होती है और बड़े-बड़े काम में ये सब होता रहता है। कोई झगड़ा नहीं है। सारी पार्टी एक है और पूरी पार्टी के नेता सिर्फ एक नरेंद्र मोदी है। कश्मीर से कन्याकुमारी तक लोग जिन पर भरोसा करते हैं जिनकी गारंटी पर भरोसा करके लोग भी गारंटी देते हैं। हम सब मिलकर लड़ेंगे और तृणमूल कांग्रेस को हराएंगे।