गुजरात: AAP विधायक ने आदिवासी समुदाय के लिए उठाई अलग राज्य की मांग, इन 4 राज्यों में आंदोलन की तैयारी

LSChunav     Apr 05, 2023
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गुजरात: AAP विधायक ने आदिवासी समुदाय के लिए उठाई अलग राज्य की मांग, इन 4 राज्यों में आंदोलन की तैयारी

आम आदमी पार्टी के तेजतर्रार विधायक चैतर वसावा भील प्रदेश की मांग का मुद्दा उठाया है। भील प्रदेश की मांग का मुद्दा समय-समय पर उठता रही है। वसावा का कहना है कि आदिवासियों के अधिकार छीने जा रहे हैं। इसलिए भीलों के लिए एक अलग राज्य बनाया जाना चाहिए।

गुजरात राज्य की स्थापना के बाद समय-समय पर आदिवासियों के लिए अलग राज्य की मांग उठाई जाती रही है। इसी कड़ी में अब आम आदमी पार्टी के डेडियापाडा से विधायक चैतर वसावा आगे आए हैं। उन्होंने भीलों के लिए अलग राज्य की मांग को बुलंद किया है। वसावा का कहना है कि वह राजस्थान, मध्यप्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र में भीलों के लिए अलग राज्य बनाए जाने के लिए आंदोलन करेंगे। वसावा ने बताया कि वह राजस्थान, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के आदिवासी अग्रणियों के संपर्क में हैं। उन्होंने कहा कि जल्द ही अपने आंदोलन को धार देने के लिए इस मांग को तेज करेंगे। हालांकि आम विधायक द्वारा की जा रही इस मांग पर अभी तक कांग्रेस और बीजेपी ने प्रतिक्रिया नहीं दी है।


पहले था भील प्रदेश

आम आदमी पार्टी के विधायक चैतर वसावा ने बताया कि आदिवासी समाज के लिए पहले अलग भीलिस्तान प्रदेश था। जिसमें मध्यप्रदेश, गुजरात और राजस्थान का समूचा आदिवासी क्षेत्र आता था। लेकिन बाद में यह आदिवासी समाज अलग-अलग राज्यों में जाने से बंट गया है। उन्होंने कहा कि गुजरात के 14 जिलों में 27 सीटें रिजर्व हैं। ठीक उसी तरह राजस्थान, महाराष्ट्र में भी आदिवासी क्षेत्र है। प्रकृति की गोद में रहने वाला आदिवासी समाज प्रकृति की पूजा करता है। उनकी अपनी अलग संस्कृति और जीवनशैली है। आदिवासियों के अलग रीति-रिवाज और परंपराएं हैं। इन सभी पर अतिक्रमण हो रहा है। 


छीने जा रहे अधिकार

चैतर वसावा ने आरोप लगाते हुए कहा कि आदिवासी समाज के लोगों का जो जंगल, जमीन और जल पर अधिकार था, उसे छीना जा रहा है। तमाम सारे एनजीओ आदिवासी विस्तारों में आकर अपने वर्चस्व को जमाने का काम कर रहे हैं। प्रोजेक्ट लगाए जा रहे हैं ताकि कोई जमीन न ले सके। उन्होंने कहा कि बाहरी लोगों ने उनकी हजारों हेक्टेयर की जमीन हड़प ली। आप विधायक ने कहा कि देश के विकास के ले यहां से तमाम चीजें जाई जाती हैं। लेकिन उसके बदले में आदिवासी समाज को कुछ नहीं दिया जाता है। संविधान की अनुसूची पांच का उल्लंघन हो रहा है। इसलिए भीलिस्तान और भील प्रदेश की हम मांग कर रहे हैं।


आदिवासी समुदाय में लोकप्रिय हैं वसावा

आदमी पार्टी के टिकट पर चैतर वसावा गुजरात जिले की नर्मदा सीट से विधानसभा पहुंचे हैं। आप पार्टी ने उन्हें विधानसभा में पार्टी का नेता बनाया है। इसके साथ ही वसावा  गुजरात में पार्टी के कार्यकारी के अध्यक्ष की जिम्मेदारी भी संभाल रहे हैं। वसावा ने अपनी छवि एक शिक्षित और लड़ने वाले युवा आदिवासी नेता के तौर पर बनाई है। बता दें कि गुजरात में वसावा की आदिवासी समुदाय के बीच अच्छी खासी लोकप्रियता है। चुनाव जीतने के बाद वह भ्रष्टाचार के मुद्दों को उठाकर अक्सर सुर्खियों में हैं।