UCC को लेकर ओवैसी ने किया पलटवार, कहा- पसमांदा के लिए पीएम मोदी बहा रहे घड़ियाली आंसू

अनन्या मिश्रा     Jun 30, 2023
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UCC को लेकर ओवैसी ने किया पलटवार, कहा- पसमांदा के लिए पीएम मोदी बहा रहे घड़ियाली आंसू

AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने UCC के मुद्दे को लेकर पीएम मोदी पर पलटवार किया है। ओवैसी ने कहा कि पसमांदा मुसलमानों के नाम पर पीएम मोदी घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं।

पीएम मोदी ने मध्यप्रदेश के बोपाल से लोकसभा चुनाव 2024 के चुनावी अभियान की शुरूआत कर दी है। इस दौरान पीएम नोदी ने यूनिफॉर्म सिविल और पसमांदा मुसलमानों का भी मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि पसमांदा मुसलमान राजनीति का शिकार हुए हैं। जिसके बाद अब पीएम मोदी पर AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने हमला लिया है। उन्होंने कहा कि दो कानून से एक घर नहीं चलता है। ओवैसी ने निशाना साधते हुए कहा कि पीएम मोदी पसमांदा के नाम पर घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं।


उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने यूसीसी, पसमांदा मुसलमानों और तीन तलाक जैसे मुद्दों पर कमेंट किया है। पीएम मोदी अभी तक ओबामा की नसीहत को अच्छे से समझ नहीं पाए हैं। ओवैसी ने आगे कहा कि पीएम मोदी भारत की विविधता और इसके बहुलवाद को एक समस्या की तरह देखते हैं। जिसके कारण वह इस तरह की बातें करते हैं। वह आर्टिकल 29 को भी नहीं समझते हैं। लेकिन क्या वह यूसीस के नाम पर भारत की बहुलता और विविधता को छीनना चाहते हैं।


ओवैसी ने कहा कि जब पीएम मोदी यूसीसी और हिंदू नागरिक संहिता की बात करते हैं। तो क्या वह इस्लामिक प्रैक्टिस को अवैध करार कर देंगे और हिंदू प्रैक्टिस को बचा लेंगे। ओवैसी ने पीएम मोदी को चुनौती देते हुए कहा कि वह हिंदू अनडिवाइडेड फैमिली को खत्म कर सकते हैं। जिसके कारण देश को हर साल 3064 करोड़ रुपए का नुकसान झेलना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि पीएम पंजाब जाएं और उन लोगों को यूसीसी के बारे में बताएं। फिर देखें कि उन्हें पंजाब में क्या प्रतिक्रिया मिलती है।


क्या बोले पीएम मोदी

बता दें कि पीएम मोदी ने भोपाल में संबोधित करते हुए कहा कि पसमांदा मुसलमानों के साथ वोट बैंक की राजनीति के कारण बराबरी का व्यवहार नहीं किया जाता है। ऐसे में भारतीय मुसलमानों को यह समझना होगा कि कौन सा राजनीतिक दल उन्हें भड़काकर फायदा लेने के लिए उन्हें बर्बाद करने का काम कर रहा है। पीएम मोदी ने बताया कि समान नागरिक संहिता के नाम पर लोगों को भड़काया जा रहा है। दोहरी व्यवस्था से देश कैसे चलेगा। भारत के संविधान में भी नागरिकों के समान अधिकार की बात के बारे में बताया गया है।