कौन हैं अभिषेक बनर्जी जिनसे धनशोधन मामले में ईडी कर रही है पूछताछ
सीबीआई की प्राथमिकी में आसनसोल और उसके आसपास कुनुस्तोरिया और कजोरा इलाकों में ‘ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड’ की खदानों से संबंधित करोड़ों रुपये के कोयला चोरी घोटाले का आरोप लगाया गया है।
तृणमूल कांग्रेस के सांसद अभिषेक बनर्जी कथित कोयला घोटाला से जुड़े धनशोधन के मामले में पूछताछ के लिए सोमवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष पेश हुए। जानकारी के लिए बता दें कि ईडी ने इस साल की शुरूआत में इस केस को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे और तृणमूल कांग्रेस सांसद अभिषेक बनर्जी तथा उनकी पत्नी को पूछताछ के लिए तलब किया है।
ईडी ने सीबीआई की नवंबर 2020 की एक प्राथमिकी पर गौर करने के बाद पीएमएलए की आपराधिक धाराओं के तहत यह मामला दर्ज किया था। सीबीआई की प्राथमिकी में आसनसोल और उसके आसपास कुनुस्तोरिया और कजोरा इलाकों में ‘ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड’ की खदानों से संबंधित करोड़ों रुपये के कोयला चोरी घोटाले का आरोप लगाया गया है। ईडी के समक्ष पेश होने के लिए नयी दिल्ली रवाना होने से पहले कोलकाता हवाई अड्डे पर पत्रकारों से बनर्जी ने कहा था कि एजेंसी अगर किसी भी अवैध लेनदेन में उनकी संलिप्तता को साबित कर दे, तो वह खुद को फांसी पर लटका लेंगे।
अभिषेक बनर्जी लोकसभा में डायमंड हार्बर सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के राष्ट्रीय महासचिव हैं। वह ममता बनर्जी के भतीजे हैं और इसके साथ ही तृणमूल कांग्रेस के सबसे प्रमुख चेहरों में से एक हैं। अभिषेक बनर्जी, 2011 से अखिल भारतीय तृणमूल युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रहे हैं, जो वर्तमान में राज्य में सत्ता में है। उन्होंने 2014 में वाणिज्य की स्थायी समिति के सदस्य के रूप में कार्य किया है। उन्हें 2014 में वित्त और कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय के तहत सलाहकार समिति के सदस्य के रूप में भी चुना गया था।