क्या टीएस सिंह देव को बनाया जाएगा मुख्यमंत्री? घमासान के बीच मिल रहे हैं कई तरह के संकेत

Priya Mishra     Aug 27, 2021
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क्या टीएस सिंह देव को बनाया जाएगा मुख्यमंत्री? घमासान के बीच मिल रहे हैं कई तरह के संकेत

रिपोर्ट्स के मुताबिक पार्टी आलाकमान ने छत्तीसगढ़ में ढाई-ढाई साल वाला फॉर्मूला लगाया था। लेकिन राजनीति में कुछ भी तय नहीं होता है तभी को भूपेश बघेल मुख्यमंत्री पद पर मौजूद हैं। हालांकि उन्हें आलाकमान ने मुलाकात के लिए बुला लिया है

कांग्रेस शासित छत्तीसगढ़ में राजनीतिक संकट थमने के कोई संकेत नहीं दिख रहे हैं। हाल ही में राज्य के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव ने गुरुवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर कटाक्ष किया। बघेल और सिंह देव ने बारी-बारी से मुख्यमंत्री पद के मुद्दे पर सरकार को उथल-पुथल में धकेलने के लिए एक-दूसरे पर आरोप लगाया है। टीएस सिंह देव ने कहा है कि भूपेश बघेल 50 साल या 10 साल या 2 साल के लिए मुख्यमंत्री हो सकते हैं लेकिन यह तय नहीं है। उन्होंने कहा कि वह कोई भी जिम्मेदारी लेने के लिए तैयार हैं और पार्टी आलाकमान तय करेगा कि मुख्यमंत्री कौन होना चाहिए।


मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बघेल और सिंह देव दोनों ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी से करीब तीन घंटे तक मुख्यमंत्री पद के रोटेशन पर चर्चा करने के दो दिन बाद यह टिप्पणी की। हालांकि, सिंह देव को कमान सौंपने पर कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया था।


गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में साल 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने रिकॉर्ड मतों से जीत हासिल की। लेकिन उस वक्त तय नहीं था कि मुख्यमंत्री पद किसे दिया जाए। हालांकि चर्चा में तब के प्रदेश अध्यक्ष रहे भूपेश बघेल और रमन सिंह सरकार के समय में विपक्ष के नेता रहे टीएस देव सिंह का नाम चल रहा था। मगर बाजी भूपेश बघेल मार ले गए। 


रिपोर्ट्स के मुताबिक पार्टी आलाकमान ने छत्तीसगढ़ में ढाई-ढाई साल वाला फॉर्मूला लगाया था। लेकिन राजनीति में कुछ भी तय नहीं होता है तभी को भूपेश बघेल मुख्यमंत्री पद पर मौजूद हैं हालांकि उन्हें आलाकमान ने मुलाकात के लिए बुला लिया है। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक राहुल गांधी चाहते हैं कि टीएस सिंह देव का मुख्यमंत्री बनाया जाए।


कौन हैं टीएस देव सिंह 

टीएस देव सिंह, कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं में से एक हैं। वे छत्तीसगढ़ की चौथी विधानसभा में विपक्ष के नेता रहे थे। वह 2008 से अंबिकापुर से लगातार चुनाव जीतते रहे हैं। मौजूदा सरकार में उन्हें स्वास्थ्य मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। हालाँकि, वह मुख्यमंत्री के प्रबल दावेदार थे। वे भाजपा सरकार के खिलाफ लगातार प्रदर्शन करते रहे हैं। वह छत्तीसगढ़ में कांग्रेस का एक सौम्य चेहरा हैं। आपको बता दें कि वह 2013 के विधानसभा चुनावों में सबसे अमीर उम्मीदवार थे।