यूपी में 'तालिबान', 'अब्बाजान' और 'राम भगवान' को लेकर सेट की जा रही है चुनावी टोन

Priya Mishra     Sep 17, 2021
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यूपी में तालिबान, अब्बाजान और राम भगवान को लेकर सेट की जा रही है चुनावी टोन

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और भाजपा आगामी चुनावों के लिए मोटे तौर पर तीन प्रमुख विषयों पर टोन सेट कर रहे हैं। उत्तरप्रदेश में योगी और भाजपा अपने मुख्य प्रतिद्वंदी समाजवादी पार्टी का मुकाबला करने के लिए तालिबान, अब्बाजान और राम मंदिर के मुद्दों को उठा रहे हैं।

उत्तर प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव है। चुनाव को देखते हुए सभी दलों के राजनेता अपने-अपने एजेंडे को जमीन पर उतारने की कोशिश में जुट गए हैं। इन सबके बीच चुनावी टोन भी सेट किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और भाजपा आगामी चुनावों के लिए मोटे तौर पर तीन प्रमुख विषयों पर टोन सेट कर रहे हैं। उत्तरप्रदेश में योगी और भाजपा अपने मुख्य प्रतिद्वंदी समाजवादी पार्टी का मुकाबला करने के लिए तालिबान, अब्बाजान और राम मंदिर के मुद्दों को उठा रहे हैं। योगी आदित्यनाथ ने अपने हालिया भाषणों में भी बार-बार इन मुद्दों का उल्लेख किया है।

तालिबान पर राष्ट्रीय सुरक्षा और प्रतिगामीता के मुद्दे पर योगी आदित्यनाथ ने कहा, "क्या तालिबान का समर्थन करने वाले लोगों ने कभी तीन तलाक के खिलाफ कानून आने की अनुमति दी थी?" यह समाजवादी पार्टी के सांसद शफीकुर रहमान बर्क द्वारा हाल ही में अफगानिस्तान में सत्ता में आने वाले तालिबान की तुलना भारत के स्वतंत्रता संग्राम से करने के संकेत पर किया गया था। 

राम मंदिर भी आगामी चुनाव के लिए एक प्रमुख मुद्दा है। राम मंदिर के मुद्दे के माध्यम से योगी आदित्यनाथ हिंदू एकीकरण का प्रयास कर रहे हैं। अपने भाषणों में सीएम बार-बार अयोध्या में चल रहे निर्माण का जिक्र करते हैं और कहते हैं कि यह केवल भाजपा ही है जो ऐसा करती। योगी आदित्यनाथ ने खुद को भगवान राम और कृष्ण का भक्त कहने के लिए अखिलेश यादव पर परोक्ष कटाक्ष करते हुए कहा, "क्या राम सेवकों पर गोलियां चलाने वाले लोग राम मंदिर बनाएंगे?" योगी आदित्यनाथ ने अपने हालिया भाषणों में बार-बार कहा है कि अखिलेश यादव जैसे नेता अपने मुस्लिम वोट बैंक को ठेस पहुंचाने के डर से पहले मंदिरों में नहीं जाते थे। बीजेपी लोगों को यह समझाने की भी कोशिश कर रही है कि राम मंदिर के निर्माण की गति उत्तर प्रदेश में किसी भी अन्य सरकार के तहत प्रभावित होगी।

समाजवादी पार्टी द्वारा कथित मुस्लिम तुष्टीकरण पर निशाना साधते हुए हाल ही में योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए मुलायम सिंह यादव के लिए अब्बाजान का प्रयोग किया। योगी ने पूर्व की समाजवादी पार्टी सरकार का परोक्ष रूप से उल्लेख करते हुए कहा, ‘‘अब्बाजान कहने वाले गरीबों की नौकरी पर डाका डालते थे। पूरा परिवार झोला लेकर वसूली के लिए निकल पड़ता था। अब्बा जान कहने वाले राशन हजम कर जाते थे। राशन नेपाल और बांग्लादेश पहुंच जाता था। आज जो गरीबों का राशन निगलेगा, वह जेल चला जाएगा।’’ 

योगी ने इस बात को भी उजागर करने की कोशिश की है कि सपा सरकार ने उत्तर प्रदेश में आतंकी कृत्यों को अंजाम देने वाले पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों के खिलाफ मामलों को छोड़ने की कोशिश की थी लेकिन सरकार को ऐसा करने से रोकने के लिए अदालत को हस्तक्षेप करना पड़ा। आदित्यनाथ ने इससे पहले राज्य विधानसभा में भी अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा था कि जब उनके पिता मुलायम सिंह यादव को अब्बाजान कहा जाता है तो उन्हें समस्या क्यों है जबकि पार्टी मुस्लिम तुष्टिकरण में विश्वास करती है। इस मामले में सपा पर निशाने तब से भी बढ़ गए हैं जब से मुख्तार अंसारी के बड़े भाई सबतुद्दीन अंसारी पिछले हफ्ते अखिलेश यादव की मौजूदगी में सपा में शामिल हुए थे।