महाराष्ट्र राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने लोकसभा चुनाव में एनडीए के खराब प्रदर्शन की जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफे का ऐलान किया। वह इस्तीफा देने के लिए जिद पर अड़े थे। उनके इस फैसले के बाद गृहमंत्री अमित शाह ने फडणवीस से बात की है और उनको अपने पद पर बने रहने के लिए कहा है। गृहमंत्री अमित शाह ने फडणवीस से काम जारी रखने को के लिए कहा है। बता दें कि पूर्व सीएम फडणवीस एकनाथ शिंदे गुट और अजीत पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के साथ राज्य सरकार का हिस्सा हैं।
महाराष्ट्र में साल 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा और शिवसेना ने राज्य की 48 लोकसभा सीटों में से 41 पर कब्जा जमाया था। वहीं नए गठबंधन, जिसको राज्य में महायुति कहा जाता है। इस लोकसभा चुनाव में सिर्फ 17 सीटों पर जीत हासिल कर पाया। वहीं शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) की पार्टी से मिलकर बनी महा विकास अघाड़ी ने लोकसभा चुनाव 2024 में 30 सीटों पर जीत हासिल की। वहीं मतगणना के बाद पूर्व सीएम फडणवीस ने अपने पद से इस्तीफे की पेशकश की थी। जिसके बाद से बीजेपी के कई नेताओं ने उनसे बात की।
बता दें कि बीते शुक्रवार को NDA की बैठक के बाद बीजेपी नेता ने महाराष्ट्र में गठबंधन के प्रदर्शन पर चर्चा करने के लिए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम अजीत पवार संग बैठक की। प्राप्त जानकारी के अनुसार, इस दौरान फडणवीस के इस्तीफे की बात भी सामने आई। जिसके बाद देवेंद्र फडणवीस ने गृहमंत्री शाह से उनके आवास पर मुलाकात की। शाह ने उनके महाराष्ट्र सरकार के लिए काम जारी रखने के साथ ही बीजेपी को पुनर्जीवित करने की योजना तैयार करने के लिए कहा।
इस साल अक्तूबर महीने के आसपास महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव होने की संभावना है। शाह ने फडणवीस से कहा कि यदि वह इस्तीफा देते हैं, तो इसका बीजेपी कार्यकर्ताओं के मनोबल पर असर देखने को मिल सकता है। इसलिए अभी इस्तीफा न दें। साथ ही गृहमंत्री शाह ने उनसे कहा कि नरेंद्र मोदी के तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के बाद वह इस्तीफे पर विस्तार से चर्चा करेंगे।