आज संसद में वित्त मंत्री ने निर्मला सीतारमण ने बजट पेश किया। इसको लेकर अरविंद केजरीवाल ने निराश नजर आए। अरविंद केजरीवाल का कहना है कि- केंद्रीय बजट में 'अरबपतियों की ऋण माफी को समाप्त करने' का कोई प्रस्ताव शामिल नहीं होने पर उन्होंने निराशा व्यक्त की। आप सुप्रीमो ने यह भी दावा किया कि सरकारी खजाने का एक बड़ा हिस्सा इन छूटों पर खर्च किया जा रहा है। यह टिप्पणी दिल्ली विधानसभा चुनाव से महज कुछ दिन पहले आई है क्योंकि आप और भाजपा के बीच तीखी नोकझोंक जारी है।
अरविंद केजरीवाल ने बजट पर जताई निराशा
केजरीवाल ने एक्स पर लिखा“देश के खजाने का एक बड़ा हिस्सा कुछ अमीर अरबपतियों के ऋण माफ करने पर खर्च किया जाता है। मैंने मांग की थी कि बजट में यह घोषणा की जाए कि अब से किसी भी अरबपति का कर्ज माफ नहीं किया जाएगा...मुझे दुख है कि ऐसा नहीं किया गया,''।
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री ने यह भी सुझाव दिया कि उनके प्रस्ताव से 'बचाया गया' धन का उपयोग मध्यम वर्ग के साथ-साथ किसानों के लिए गृह और वाहन ऋण माफ करने के लिए किया जा सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह के फंड का इस्तेमाल आयकर और जीएसटी दरों को 'आधा' करने के लिए किया जा सकता है।